बाढ़ प्रभावित राज्यों के लिए एम्स ने शुरू की टेलीमेडिसिन सेवा, फोन पर मिलेगी डॉक्टरों से सलाह

देश के कई राज्यों में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और बिहार जैसे राज्यों में बाढ़ का पानी उतरने लगा है, लेकिन इसके साथ ही बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में डायरिया, बुखार, चर्म रोग और पानी से फैलने वाली बीमारियों के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। ऐसे हालात में लोगों को राहत देने के लिए दिल्ली स्थित एम्स ने टेलीमेडिसिन सेवा शुरू की है।

एम्स ने एक फोन नंबर (9355023967) जारी किया है, जिस पर कॉल करके मरीज सीधे डॉक्टरों से सलाह ले सकते हैं। इस सेवा का उद्देश्य दूर-दराज इलाकों तक चिकित्सा सहायता पहुंचाना है। एम्स के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अमरिंदर सिंह मल्ही ने बताया कि टेलीफोन पर परामर्श के जरिए हजारों लोगों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि एम्स की टीम न केवल चिकित्सा परामर्श दे रही है, बल्कि प्रभावित लोगों को मानसिक रूप से भी सहयोग कर रही है।

डॉ. मल्ही ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित लोगों में शारीरिक बीमारियों के साथ-साथ मानसिक तनाव भी बढ़ रहा है। कई लोग अपने घर-परिवार और संपत्ति के नुकसान से बेहद परेशान हैं। ऐसे में उन्हें मनोवैज्ञानिक सहायता भी दी जा रही है। उन्होंने जानकारी दी कि सिर्फ पंजाब में ही चार दिनों के भीतर 3,000 से अधिक बाढ़ पीड़ितों का इलाज किया गया है।

एम्स ने सामुदायिक चिकित्सा केंद्र विभाग को टेलीमेडिसिन मोबाइल फोन और उपकरण भी उपलब्ध कराए हैं, ताकि डॉक्टर प्रभावित क्षेत्रों में आसानी से सेवाएं दे सकें। यह पहल उन लोगों के लिए उम्मीद की किरण साबित हो रही है, जिन्हें समय पर इलाज नहीं मिल पाता।

बाढ़ से जूझ रहे राज्यों में यह सेवा राहत की बड़ी पहल मानी जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे कदम से न केवल बीमारियों के फैलाव को नियंत्रित किया जा सकेगा, बल्कि प्रभावित लोगों को त्वरित और सुलभ उपचार भी मिलेगा। एम्स की यह पहल मानवता की सेवा का एक उदाहरण है, जिससे हजारों लोगों को नई उम्मीद मिली है।

Advertisements
Advertisement