डूंगरपुर: जिले में भारतीय जनता पार्टी के सेवा पखवाड़े को लेकर उदयपुर से भाजपा सांसद मन्नालाल रावत शनिवार को डूंगरपुर जिले के दौरे पर रहे. उन्होंने सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) तथा सांसद राजकुमार रोत को जमकर आड़े हाथों लिया तथा सांसद राजकुमार रोत को आदिवासी विरोधी बताया.
उन्होंने कहा कि राजस्थान विधानसभा में जब धर्मांतरण विरोधी अधिनियम पेश किया गया, तो बीएपी के विधायक विरोध करते नजर आए. ये अंग्रेजों के विद्वान मैक्समूलर के विचारों को आगे बढ़ाते हुए नजर आ रहे हैं। सांसद राजकुमार रोत जनजातियों के साथ जो कर रहे हैं वो यह समाज कभी स्वीकार नहीं करेगा.
उन्होंने कहा कि बीएपी सांसद राजकुमार रोत झारखंड के कैथोलिक चर्च की विचारधारणा को यहां पर लागू कर रहे है. उन्होंने बताया कि वक्फ संशोधन बिल जनजाति वर्ग के लिए लाभकारी था, उस समय सांसद राजकुमार रोत औवेसी जैसे नेता के साथ खड़े हुए थे. सांसद राजकुमार रोत जनजाति वर्ग के सबसे बड़े विरोधी है. सुप्रीम कोर्ट ने कोटे मे कोटे का फैसला दिया था, इसका सांसद राजकुमार रोत ने सबसे पहले विरोध किया था. आदिवासी को मिल रहे आरक्षण का विरोध करते है. राजस्थान में विधानसभा में धर्मातंरण बिल का बीएपी के चारो विधायकों ने विरोध किया था.
उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस ने कभी भी आदिवासीयों का भला नही किया, सिर्फ वोट बैंक समझकर उपयोग किया.
सांसद मन्नालाल रावत ने कहा कि भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु के मित्र पादरी एल्वीन थे. उनके कारण मध्य भारत, पूर्वोत्तर क्षेत्र में जनजाति वर्ग के लोगों का ईसाई कंवर्जन हुआ है. अब धर्मातंरण को रोकने के लिए बिल बनाया गया है. जिसका बीएपी और कांग्रेस विरोध कर रही है.
यह बिल अनुसूचित जाति के लिए था जिसमें अनुसूचित जाति में जिसने सनातन धर्म छोड़कर अन्य धर्म में गया है उन्हें एससी वर्ग की सभी सरकारी योजना का लाभ,आरक्षण नही दिया जाता है. यही नोटिफिकेशन एसटी वर्ग में भी डॉ. भीमराव अंबेडकर लेकर आए थे. तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने उन्हें ऐसा नही करने दिया. यह कांग्रेस का सबसे बड़ा पाप है. उन्होंने कहा की एसटी वर्ग में आरक्षण का 72 प्रतिशत, छात्रवृति का 70 प्रतिशत, विकास का अनुदान ग्रांड का 68 प्रतिशत लाभ धर्मातंरित लोग उठा रहे है, इससे आदिवासी लोगों के साथ अन्याय हो रहा है.
उन्होंने रेलवे को लेकर कहा कि 19 सितम्बर को नोडल स्तरीय रेलवे अधिकारियों के साथ बैठक है जिसमें डूंगरपुर और उदयपुर को लेकर दक्षिण भारत से जोड़ा जाए. कई ट्रेन दक्षिण से चलकर अहमदाबाद में रुक जाती है तथा वहां पर 17 से 18 घंटे का होल्ड करती है. हम उन ट्रेन को उदयपुर तक लाने का प्रयास कर रहे है. उदयपुर से सूरत वंदे भारत ट्रेन चल सकती है. असारवा से आगरा तक चलने वाली ट्रेन को मानगढधाम स्पेशल ट्रेन करने की मांग भी रख रहे है.

डूंगरपुर दौरे पर आए सांसद मन्नालाल रावत ने कहा कि मोदी सरकार ने आमजन को लाभ देने के लिए दीपावली से पहले जीएसटी में कटौती की है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आदिवासी का भला नही किया. बीजेपी डूंगरपुर में डूंगर बरंडा, बांसवाडा में बांसिया भील जैसे महापुरुषों के स्मारक बना रही है. वसुंधरा सरकार में कालीबाई पैनोरमा भाजपा ने बनाया था. उन्होंने वीर बाला काली बाई का पाठयक्रम किताबों से हटाने को गलत बताते हुए जल्द ही उसे जल्द सुधार करने की बात कही. धर्मातंरण के मुददे पर उन्होंने कहा कि वक्फ संशोधन अधिनियम में आदिवासी क्षेत्र की कोई भी संपत्ति वक्फ की नही होगी.
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