बिहार की राजनीति में शनिवार को एक अहम घटना देखने को मिली जब भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पटना दौरे के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात किए बिना ही लौट गए। यह मुलाकात पहले से तय मानी जा रही थी लेकिन अचानक हालात ऐसे बने कि यह संभव नहीं हो सका।
सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तबीयत ठीक नहीं होने के कारण यह बैठक रद्द कर दी गई। बताया जा रहा है कि सीएम पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ हैं और डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है। इसी वजह से जेपी नड्डा उनसे मिलने नहीं जा सके।
जेपी नड्डा का यह दौरा बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिहाज से महत्वपूर्ण माना जा रहा था। पटना में उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ कई बैठकें कीं। नड्डा ने बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत करने और आगामी चुनाव में रणनीति पर फोकस करने का संदेश दिया।
इस बीच, नीतीश कुमार से नड्डा की मुलाकात को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं। एनडीए के भीतर तालमेल और चुनावी तैयारियों पर चर्चा की उम्मीद जताई जा रही थी। लेकिन सीएम की तबीयत खराब होने से यह मुलाकात टल गई।
बीजेपी और जेडीयू के बीच रिश्तों को लेकर विपक्ष ने कई बार सवाल खड़े किए हैं, ऐसे में दोनों नेताओं की बातचीत को राजनीतिक रूप से अहम माना जा रहा था। हालांकि, जेडीयू सूत्रों का कहना है कि नीतीश कुमार पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद जल्द ही बीजेपी नेतृत्व से बातचीत करेंगे।
नड्डा के पटना दौरे के दौरान उन्होंने बिहार की राजनीतिक परिस्थिति और संगठन की तैयारियों पर समीक्षा की। पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस बार बिहार चुनाव में बीजेपी और एनडीए गठबंधन मजबूती से उतरेगा और राज्य में विकास को नई दिशा दी जाएगी।
नीतीश कुमार और जेपी नड्डा की मुलाकात भले ही अभी नहीं हो सकी, लेकिन माना जा रहा है कि अगले कुछ हफ्तों में दोनों नेता आमने-सामने बैठकर चुनावी रणनीति पर विस्तृत चर्चा करेंगे।