प्रधानमंत्री मोदी ने भूपेन हजारिका की जयंती समारोह में दी श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को गुवाहाटी पहुंचे और ‘भारत रत्न’ से सम्मानित महान गायक भूपेन हजारिका की 100वीं जयंती समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर पीएम मोदी ने भूपेन दा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके जीवन और संगीत की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भूपेन हजारिका का संगीत ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना को समाहित करता है और उनके गीत भारत की सांस्कृतिक विविधता और एकता की प्रतीक हैं।

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में बताया कि भूपेन दा ने जीवनभर संगीत को साधना और संकल्प के रूप में अपनाया। उन्होंने भारत की भावनाओं को अपनी आवाज दी और संगीत के माध्यम से समाज को जोड़ने का कार्य किया। भूपेन हजारिका ने न केवल भारत में बल्कि अमेरिका तक जाकर अपने संगीत से लोगों को प्रेरित किया। पीएम मोदी ने कहा कि भले ही भूपेन दा अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी आवाज और संगीत आज भी लोगों को ऊर्जा देता है और एकता का संदेश फैलाता है।

इस अवसर पर पीएम मोदी ने भूपेन हजारिका की याद में 100 रुपये का विशेष सिक्का जारी किया और उनके जीवन पर आधारित पुस्तक का विमोचन किया। उन्होंने यह भी कहा कि भूपेन हजारिका को भारत रत्न से सम्मानित करना पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए गर्व की बात है। उन्होंने असम और अरुणाचल प्रदेश में भूपेन दा के योगदान और उनके प्रति प्रेम की भी चर्चा की।

प्रधानमंत्री ने असम के विकास पर भी जोर देते हुए कहा कि आज यह राज्य तेजी से विकास की राह पर अग्रसर है। भूपेन हजारिका के योगदान और सांस्कृतिक विरासत को सम्मान देने के लिए यह विकास और उपलब्धियां उनकी सच्ची श्रद्धांजलि हैं। उन्होंने कहा कि भूपेन दा ने हिंसा और अशांति के दौर में भी एकता का संदेश दिया और भारत की अखंडता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

इसके अलावा पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए कहा कि देश ने पाकिस्तान के मंसूबों को बेनकाब करते हुए विश्व को अपनी ताकत दिखाई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत किसी भी कीमत पर अपनी सुरक्षा और स्वाभिमान से समझौता नहीं करेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने इस समारोह के माध्यम से भूपेन हजारिका के संगीत, उनके संदेश और उनके द्वारा भारत की एकता में निभाई गई भूमिका को जनता के सामने पेश किया।

यह कार्यक्रम न केवल भूपेन हजारिका की याद में आयोजित किया गया, बल्कि उनके जीवन और संगीत के माध्यम से समाज में एकता, सांस्कृतिक जागरूकता और प्रेरणा फैलाने का अवसर भी साबित हुआ।

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