जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर अपनी ‘बिहार बदलाव यात्रा’ के दौरान भोजपुर जिले के अगिआंव विधानसभा पहुंचे और चरपोखरी प्रखंड कार्यालय मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित किया। सभा में उन्होंने भाजपा सांसद संजय जायसवाल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला।
प्रशांत किशोर ने संजय जायसवाल पर पलटवार करते हुए कहा कि गीदड़ की मौत आती है तो वह शहर की ओर भागता है। ऐसे नेताओं का दुर्दिन आता है, तब वे उनसे उलझते हैं। उन्होंने कहा, “अभी संजय जायसवाल उछल रहे हैं, लेकिन चार दिन में ठंडे हो जाएंगे। सात जन्म में भी मुझे जेल नहीं भेज सकते। बिहार और दिल्ली में उनकी पार्टी की सरकार है, जो करना है कर लें।” इसके साथ ही उन्होंने बेतिया नगर निगम की गाड़ियों की फर्जी बिलिंग का आरोप भी लगाया, जिसमें संजय जायसवाल के पेट्रोल पंप का नाम शामिल है।
प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि जनता ने वोट देकर उन्हें प्रधानमंत्री बनाया, लेकिन बिहार से लिए गए पैसों का लाभ राज्य को नहीं मिलता। मोदी जी की यात्राओं में सैकड़ों करोड़ रुपये खर्च किए जाते हैं और सरकारी कर्मचारियों से भीड़ जुटाई जाती है, जबकि बिहार के लोगों को इसका कोई फायदा नहीं होता।
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के बारे में उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कम से कम घर से बाहर निकल रहे हैं, जो अच्छी बात है। वहीं लालू यादव पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि लालू जी अपने नौवीं फेल बेटे को राजा बनाना चाहते हैं, जबकि लाखों पढ़े-लिखे युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही।
प्रशांत किशोर ने जनता से अपील की कि इस बार केवल नेताओं के चेहरों को देखकर वोट न दें। उन्होंने कहा कि चाहे लालू हों, नीतीश हों या मोदी, इस बार अपने बच्चों की शिक्षा और रोजगार के लिए मतदान करें।
सभा के बाद उन्होंने संजय जायसवाल, प्रधानमंत्री मोदी, तेजस्वी यादव और लालू प्रसाद यादव पर लगातार आरोप और आलोचना जारी रखी। उनका संदेश साफ था कि बिहार में जनता की समस्याओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता और विकास और शिक्षा को प्राथमिकता देनी होगी।
प्रशांत किशोर की इस यात्रा और उनके तेवर से साफ है कि बिहार चुनाव में सियासी विवाद और आरोप-प्रत्यारोप तेजी से सामने आने वाले हैं, और जनता इस बार अपने वोट से बदलाव की दिशा तय करेगी।