दिल्ली के मिरांडा हाउस कॉलेज में एक कार्यक्रम के दौरान एशिया कप 2025 पर एक सवाल ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया. बीजेपी नेता राकेश सिन्हा से पूछा गया कि जब ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सरकार ने कहा था कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते तो अब पाकिस्तान के साथ क्रिकेट क्यों खेला जा रहा है? इस पर उनका जवाब लोगों को खटक गया और सोशल मीडिया पर बवाल मच गया.
राकेश सिन्हा ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा था कि हमने खून और पानी का कहा था, क्रिकेट का नहीं. उनका तर्क था कि स्पोर्टस, आर्ट और कल्चर पर किसी एक देश का अधिकार नहीं होता है, बल्कि पूरी दुनिया का अधिकार होता है. उन्होंने कहा था कि क्रिकेट सिर्फ खेल का हिस्सा है और इसे राजनीतिक से नहीं जोड़ना चाहिए.
राकेश सिन्हा ने बयान पर दी सफाई
बढ़ते विवाद को देखते हुए राकेश सिन्हा को अब सफाई देनी पड़ी. उन्होंने कहा कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया. उन्होंने कहा भारत-पाक क्रिकेट मैच पर मेरी राय को लेकर कुछ गलतफहमियां पैदा हो गईं. असल में मेरी अंतिम राय वीडियो से हटा दी गई थी और बोलने में हुई कुछ चूक भी इस भ्रम का कारण बनी. सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि खेल और कला को हम राजनीति से उपर रखते हैं, लेकिन आतंकवादी पाकिस्तान के संबंध में यह अपवाद है, इसलिए यह किक्रेट मैच नहीं होना चाहिए. व्यक्तिगत हैसियत से मैं इस मैच को नहीं होने देना चाहता, लेकिन वीडियो का एक खास हिस्सा प्रसारित किया गया जो कि पोस्ट ट्रुथ का एक अच्छा उदाहरण है.
राकेश सिन्हा के बयान को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने कड़ी आपत्ति जताई. कई लोगों ने उन्हें अपने ही बयान से पलटने का आरोप लगाया. कुछ लोगों ने कहा कि शहीदों के परिवारों की भावनाओं को नजरअंदाज किया जा रहा है. वहीं, अन्य ने इसे राजनीति और संवेदनशील मुद्दों को हल्के में लेने की बात बताई.