बिहार: सुपौल में एक बार फिर शिक्षा विभाग ने सरकारी प्रधान पर बड़ी कार्रवाई की है. जिले के 104 प्रधान व प्रभारी प्रधान पर विभागीय गाज गिर सकती है.
दरअसल आपको बता दें कि एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत स्कूलों में पौधरोपण नहीं करने तथा किये गए पौधरोपण का फोटो संबंधित पोर्टल पर अपलोड नहीं किये जाने पर स्कूलों के प्रधानाध्यापक व प्रभारी प्रधानाध्यापकों से शो-कॉज पूछा गया है.
किशनपुर बीईओ अजय कुमार ने प्रखंड के 104 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों से स्पष्टीकरण मांगा है. साथ ही हर हाल में विद्यालयों में नामांकित छात्र-छात्राओं कामां के साथ पौधरोपण करते हुए फोटो संबंधित पोर्टल पर अपलोड करने का निर्देश दिया है. बीईओ अजय कुमार ने इस अभियान में रुचि नहीं लेने के कारण संबंधित सभी किशनपुर प्रखंड के 104 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों व प्रभारी प्रधानाध्यापकों का तत्काल प्रभाव से सितंबर 2025 का सात दिनों का वेतन अगले आदेश तक स्थगित करने की अनुशंसा भी की है. इस बावत उन्होंने संबंधित स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को पत्र निर्गत किया है. साथ ही इसकी प्रतिलिपि प्रधानाध्यापक मध्य विद्यालय सिसौनी, डीपीओ एसएसए, डीपीओस्थापना तथा डोईओ संग्राम सिंह को भी भेजी है. गौरतलब है कि किशनपुर प्रखंड के 104 में से नौ स्कूलों में ही 40 से ज्यादा पौधरोपण हुआ है.
जबकि अधिकांश स्कूलों में इसकी स्थिति बेहद लचर है. प्रखंड के नौ स्कूलों में पौधरोपण लक्ष्य के लगभग करीब है. इनमें उमावि मेहसिमर में 67, हाइयर सेकंडरी मौजहा में 53, यूएचएस सिसौनी में 59, समाजवादी एनपीएस शा मंडल टोला में 52, यूएमएस अभुआर खाखई में 50, पीएस वैजनाथपुर में 50, एनपीएस साउथ टोला करहरिया में 46, उर्दू यूएमएस मधुरा राजपुर में 45, एमएस अभुआर में 43 पौधरोपण हुआ है. जबकि इसके बाद अधिकांश स्कूलों में एक-दो, तीन या फिर चार ही पौधरोपण हुआ है.