बिहार में विधानसभा चुनावों से पहले सियासी सरगर्मी बढ़ चुकी है. तमाम राजनीतिक दल अपनी-अपनी तैयारियों में लगे हुए हैं. कई जगहों पर मौजूदा विधायकों का विरोध भी देखने को मिल रहा है. इन्हीं में से एक सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा के विधायक युसूफ सलाउद्दीन हैं, जिनका खुले तौर परविरोध हो रहा है. विधानसभा स्तरीय कार्यकर्ताओं की बैठक में विधायक के रवैए से नाराज कार्यकर्ताओं ने अभी से ही प्रत्याशी बदलने की मांग कर दी है.
शनिवार को सिमरी बख्तियारपुर नगर परिषद क्षेत्र के हटिया गाछी स्थित सत्संग भवन मंदिर प्रांगण में महागठबंधन घटक दल की विधानसभा स्तरीय कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई गई थी. बैठक में विधायक युसूफ अलाउद्दीन का विरोध होता देख बैठक दो गुटों में बदल गई. देखते ही देखते दोनों गुटों में तनाव बढ़ गई और जबरदस्त हंगामा शुरू हो गया.
विधायक समर्थक और गठबंधन के दल आमने-सामने
बैठक में महागठबंधन के सभी घटक दल एक तरफ और आरजेडी विधायक युसूफ सलाहुद्दीन के कुछ कार्यकर्ता एक तरफ हो गए. बैठक में एक तरफ जहां महागठबंधन घटक दल के सभी कार्यकर्ता बैठक में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के हाथों को मजबूत करने की बात कर रहे थे, तो वही स्थानीय विधायक का जोरदार विरोध भी कर रहे थे. वहीं दूसरी तरफ विधायक गुट के कुछ कार्यकर्ता विधायक युसूफ सलाउद्दीन का विरोध होता देखकर आक्रोशित हो गए और बैठक का विरोध करते हुए हो हंगामा पर उतारू हो गए.
आरोपों पर क्या बोले विधायक?
बैठक में मौजूद महागठबंधन घटक दल के नेता व कार्यकर्ताओं ने विधायक युसूफ सलाउद्दीन पर भ्रष्टाचार के खिलाफ मुंह बंद रखने और महागठबंधन के कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है. वहीं विधायक युसूफ ने कहा है कि हम पर लगाए गए सभी आरोप में बुनियाद हैं. आगे विधानसभा चुनाव है इसलिए विरोधियों के द्वारा हमारे खिलाफ षड्यंत्र रचा जा रहा है.
तेजस्वी यादव के सामने खड़ी हुई मुसीबत
इस बैठक के माहौल ने आरजेडी मे दो फाड़ होने का सीधा संकेत दे दिया है. हालांकि यह विरोध नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के मेहनत को कितना नुकसान पहुंचायेगा ये तो आने वाला वक्त ही बता पाएगा, लेकिन इतना तो स्पष्ट है बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के चुनाव मे सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा के वर्तमान आरजेडी विधायक युसूफ सलाउद्दीन के साथ-साथ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के लिए भी एक नई मुसीबत खड़ी हो गई है.