लाशों की सौदेबाजी करने के आरोप में सिपाही और अस्पताल कर्मी पर रिपोर्ट दर्ज, जांच में खुलेगा नेटवर्क 

उत्तर प्रदेश के बरेली में लावारिस लाशों की सौदेबाजी के मामले में निलंबित सिपाही और अस्पताल कर्मी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है, अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि उनके सिंडिकेट में कौन-कौन लोग शामिल हैं.

बरेली में लावारिस शवों की सौदेबाजी करने के आरोप में सिपाही और जिला अस्पताल कर्मी के खिलाफ कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है. सौदेबाजी का वीडियो वायरल होने के बाद सिपाही नरेंद्र प्रताप को एसएसपी ने निलंबित कर दिया था.

वहीं अस्पताल में संविदा कर्मी को वहां से हटा दिया गया था.कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर वीडियो और ऑडियो वायरल हुआ था इसमें जिला अस्पताल की मोर्चरी में तैनात संविदाकर्मी सुनील और स्टेशन चौकी पर तैनात सिपाही नरेंद्र प्रताप लावारिस शवों की सौदेबाजी करते दिख रहे हैं.

सूत्रों के मुताबिक अस्पताल और पुलिस विभाग से जुड़ा सिंडिकेट लावारिस लाशों को मेडिकल कॉलेज के हाथ बेचता है ये आरोपी सरकार की तरफ से लावारिस लाशों के अंतिम संस्कार के लिए मिलने वाला अनुदान भी हड़प लेते हैं.

लावारिस लाशों को मेडिकल कॉलेज वाले 40000 से डेढ़ लाख रुपए तक में खरीदतें हैं इनका वह डॉक्टरी की पढ़ाई में इस्तेमाल करते हैं. सिंडिकेट पूरे मंडल में मिलने वाली लावारिस लाशों की सौदेबाजी कर रहा था अब मुकदमा दर्ज होने के बाद कई अन्य चेहरे भी बेनकाब हो सकते हैं.

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