जमुई : 25 अगस्त से शुरू हुई पूर्व अंचलाधिकारी एवं नेचर विलेज के संस्थापक निर्भय प्रताप सिंह की राष्ट्र गुणगान यात्रा लगातार जन-जन तक देशभक्ति का संदेश पहुँचा रही है.यह यात्रा शनिवार को जमुई के मनियड्डा ग्राम से प्रारंभ होकर मिशिर मणियड्डा, अम्बा, सिमेरिया, काकन, मड़वा, सोनाय ग्राम पहुँची और आज रविवार को खैरा प्रखंड के टीलेर ग्राम से शुरू हुई यात्रा निजुआरा, हरदीमौह, डेनीखार, लालपुर, जमनीपुर, केराकादो के बाद चिहुंटिया ग्राम पहुँची जहाँ ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ी और चौपाल लगाकर शहीदों व स्वतंत्रता सेनानियों की गाथा का गुणगान किया गया.
राजनीति बदलिए, राष्ट्र बनाइए’ निर्भय प्रताप सिंह की राष्ट्र गुणगान यात्रा ने छुआ 200 गाँवों का आँकड़ा :
यात्रा की शुरुआत से अब तक इसका कारवां 200 से अधिक गाँवों का भ्रमण कर चुका है.जिन-जिन गाँवों में यह यात्रा पहुँची, वहाँ ग्रामीणों ने तिरंगा यात्रा का गर्मजोशी से स्वागत किया.विशेषकर बच्चों में इस यात्रा को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा गया.जिस भी गाँव में निर्भय प्रताप सिंह का काफिला पहुँचता है, बच्चे तिरंगा लेकर दौड़ पड़ते हैं और पूरे क्षेत्र को ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ के नारों से गूंजा देते हैं.
चौपाल में किसानों व मजदूरों के साथ महिलाओं व युवाओं के साथ परिचर्चा :
वहीं ग्राम में आयोजित चौपाल में निर्भय प्रताप सिंह ने किसानों, मजदूरों, महिलाओं और युवाओं के साथ संवाद किया। उन्होंने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य केवल तिरंगे का गुणगान करना नहीं, बल्कि देश के लिए बलिदान देने वाले शहीदों और वीरांगनाओं को स्मरण कर उनकी गाथा को लोगों तक पहुँचाना है.उन्होंने झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, अहिल्याबाई होल्कर और छत्रपति शिवाजी महाराज जैसे वीर सपूतों और वीरांगनाओं की चर्चा की। उन्होंने कहा कि इन महापुरुषों ने जिस भारत का सपना देखा था, उसे साकार करने की जिम्मेदारी आज की पीढ़ी की है.
उन्होंने ग्रामीणों से आह्वान किया कि हर व्यक्ति अपने-अपने क्षेत्र में ईमानदारी से काम करते हुए देश के विकास में योगदान दें। उन्होंने कहा, “देश की वास्तविक स्वतंत्रता तभी परिलक्षित होगी, जब हम सब मिलकर शहीदों के सपनों का भारत बनाएंगे.”
स्वदेशी अपनाने का दिया रहा संदेश :
निर्भय प्रताप सिंह ने इस मौके पर ‘स्वदेशी अपनाओ’ का भी संदेश दिया। उन्होंने कहा कि विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार और स्वदेशी उत्पादों का उपयोग कर ही हम आत्मनिर्भर भारत का निर्माण कर सकते हैं.ग्रामीणों को संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान राजनीति में आमजन की समस्याओं को दरकिनार कर बार-बार एक ही परिवार या व्यक्ति सत्ता पर काबिज हो जाते हैं, जिससे वास्तविक विकास संभव नहीं हो पाता.उन्होंने लोगों से राजनीतिक परिदृश्य बदलने की अपील करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि जनता अपने अधिकार और विकास के लिए सही नेतृत्व चुने.
यात्रा के दौरान निर्भय प्रताप सिंह ने ग्रामीणों की समस्याएँ भी सुनीं.उन्होंने भरोसा दिलाया कि उनकी आवाज़ को न केवल सामने लाया जाएगा बल्कि समाधान की दिशा में सार्थक प्रयास भी किए जाएंगे.
ग्रामीणों में व्यापक उत्साह :
बताते चलें कि इस राष्ट्र गुणगान यात्रा को लेकर ग्रामीणों में व्यापक उत्साह देखा जा रहा है.जमुई के हर चौक चौराहों पर राष्ट्र गुणगान यात्रा की खूब चर्चा हो रही है.गाँव-गाँव में हो रही चौपालें न सिर्फ शहीदों के सम्मान को याद कराती हैं, बल्कि समाज में एक नई चेतना भी जगा रही हैं। लोगों का कहना है कि यह यात्रा सामाजिक और राजनीतिक दोनों ही दृष्टि से एक नई दिशा देने का काम कर रही है.