उत्तर प्रदेश: पड़ोसी मित्र राष्ट्र नेपाल में भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन और तख़्तापलट के बाद सुरक्षा कारणों से भारत-नेपाल सीमा बीते चार दिनों से पूरी तरह सील थी. इस दौरान दोनों देशों के बीच यातायात और आम लोगों का आवागमन पूरी तरह ठप हो गया था.
चार दिनों के बाद नेपाल में शांति व्यवस्था कायम होने के पश्चात नई अंतरिम सरकार का गठन हो गया है. इसमें सर्वोच्च न्यायालय की पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री बनाया गया है. नई सरकार बनने के बाद नेपाल की स्थिति सामान्य होने लगी और रविवार को भारत-नेपाल सीमा पर आवागमन भी बहाल कर दिया गया। अब लोग पहले की तरह आसानी से दोनों देशों के बीच आ-जा सकते हैं.
सीमा बहाली के बाद दोपहिया और चारपहिया वाहन भारत से नेपाल और नेपाल से भारत जा रहे हैं. हालांकि, भारतीय नंबर की गाड़ियों को नेपालगंज जाने में अभी दो दिन कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल, आंदोलनकारियों द्वारा सीमावर्ती नेपाल कस्टम कार्यालय को आग के हवाले कर दिया गया था, जिससे सभी दस्तावेज और सामान जलकर नष्ट हो गए थे.
नेपाल कस्टम अधिकारियों का कहना है कि कार्यालय को दो दिनों में व्यवस्थित कर दिया जाएगा. उसके बाद भारतीय नंबर प्लेट की गाड़ियों की एंट्री सामान्य रूप से शुरू हो जाएगी.
फिलहाल आपातकालीन परिस्थितियों में उच्च अधिकारियों की अनुमति से भारतीय वाहनों को नेपाल भेजा जा रहा है. एस एस बी के असिस्टेंट कमांडेंट ऋतु राज ने बताया कि नेपाल सीमा पर आवागमन पूरी तरह बहाल हो गया है सभी आने जाने वालों को सख्ती से जांच करने के बाद जाने दिया जा रहा है सुरक्षा निकाय पूरी मुस्तैदी से सीमा पर नजर बनाए हुए है सीसी टीवी से भी नजर रखी जा रही है रविवार को लगभग दस हजार लोग भारत से नेपाल गए जिसमें भारतीय और नेपाली दोनों लोग थे इसी तरह नेपाल से भी सात से आठ हजार लोग भारत आए.