उदयपुर: पास के पारोला गांव में रविवार दोपहर एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जब एक महिला को तालाब में नहाते समय मगरमच्छ पानी के अंदर खींच ले गया. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और नागरिक सुरक्षा विभाग की टीम मौके पर पहुंची और लगभग 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद महिला का शव बरामद किया.
पुलिस कंट्रोल रूम को दोपहर करीब 3:00 बजे यह दुखद सूचना मिली। तुरंत ही राजस्थान नागरिक सुरक्षा विभाग, उदयपुर की एक टीम को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया। टीम में गोताखोर पुरुषोत्तम कुमावत, विजय नकवाल, भवानी शंकर वाल्मीकि, दिव्यांशु वैष्णव, दिनेश गमेती, जगदीश डुलावत और बोट ऑपरेटर तथा वाहन चालक कैलाश मेनारिया शामिल थे.
मौके पर पहुंचते ही टीम ने राहत और बचाव कार्य शुरू किया। गोताखोरों ने कड़ी मशक्कत करते हुए तालाब के गहरे पानी में तलाशी अभियान चलाया। लगभग दो घंटे के अथक प्रयास के बाद, टीम को सफलता मिली और उन्होंने महिला के शव को पानी के अंदर से बाहर निकाला। शव को बाद में हिरण मगरी पुलिस थाने को सुपुर्द कर दिया गया.
मृतका की पहचान पेरी बाई (32), पत्नी नाथूलाल मीणा के रूप में हुई है, जो पारोला गांव की ही निवासी थीं। यह घटना पूरे गांव में शोक का कारण बन गई है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि महिला तालाब में नहा रही थी, तभी अचानक एक मगरमच्छ ने उन पर हमला किया और उन्हें पानी में खींच लिया.
इस पूरे बचाव अभियान में कैलाश मेनारिया की विशेष भूमिका रही, जिन्होंने बोट ऑपरेटर और वाहन चालक के रूप में अहम योगदान दिया.
पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और ग्रामीणों को तालाबों और जल निकायों से दूर रहने की सलाह दी है, क्योंकि मानसून के दौरान मगरमच्छ अक्सर रिहायशी इलाकों के पास आ जाते हैं.
इस घटना ने एक बार फिर से इस क्षेत्र में मगरमच्छों के खतरे को उजागर किया है. स्थानीय प्रशासन ने इस दिशा में उचित कदम उठाने की बात कही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके.