इंडिया-पाकिस्तान क्रिकेट मैच हमेशा रोमांच और भीड़ से भरा होता है, लेकिन इस बार एशिया कप 2025 का मुकाबला अपने ‘हाइप’ से काफी दूर नजर आया. दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए इस हाई-वोल्टेज मैच के दौरान कई सीटें खाली रह गईं. हकीकत यह है कि टिकट्स तो बिक चुके थे, लेकिन स्टैंड्स में खाली कुर्सियां बॉयकॉट के असर की गवाही देती दिखीं.
दिखा बॉयकॉट का असर
दुबई में एशिया कप की ऑनलाइन टिकट सेल करने वाली वेबसाइट के मुताबिक, टिकटों की बिक्री 29 अगस्त से आधिकारिक पार्टनर प्लेटिनमलिस्ट.नेट (platinum.net) के जरिए शुरू हुई थी. 99 डॉलर (करीब 8,700 रुपये) से लेकर 4,534 डॉलर (करीब 4 लाख रुपये) तक के प्रीमियम टिकट बिक चुके थे. गुरुवार रात 9 बजे तक लगभग 50 प्रतिशत टिकट उपलब्ध थे, लेकिन शुक्रवार दोपहर 2 बजे तक सभी टिकट पूरी तरह बिक गए. इसके बावजूद 25,000 सीटों की क्षमता वाला दुबई का यह स्टेडियम मैच के दौरान खाली-खाली नजर आया.
यह पहली बार हुआ जब इंडिया-पाकिस्तान जैसे हाई-वोल्टेज मैच में, जहां आमतौर पर तिल रखने की जगह नहीं होती, वहां दर्शक नदारद दिखे.सोशल मीडिया पर कयास लगाए जा रहे हैं कि बॉयकॉट मुहिम का असर रहा और लोगों ने टिकट खरीदने के बाद भी मैच देखने से परहेज किया.
वे लिखते हैं -कभी सोचा नहीं था कि इंडिया-पाक मैच में इतना खाली स्टेडियम दिखेगा.यह मेरे जीवन का पहला मौका था जब इतनी बड़ी संख्या में सीटें खाली रहीं.
कुछ यूजर्स ने यह भी याद दिलाया कि दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम की क्षमता सिर्फ 25,000 दर्शकों की है, लेकिन इस बार इतने भी लोग नहीं पहुंचे. इसकी तुलना में अहमदाबाद का नरेंद्र मोदी स्टेडियम 1,32,000 दर्शकों की क्षमता रखता है
मैच के दिन भारत में भी विरोध प्रदर्शन हुए. शिवसेना (UBT) ने महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और जम्मू में प्रदर्शन किया, जबकि आप कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में नारेबाजी की.
पाक खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से इंकार
मैदान पर टीम इंडिया ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान को 7 विकेट से हराया, लेकिन मैच के बाद का नजारा उतना ही तनावपूर्ण रहा. भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तान टीम से कस्टमरी हैंडशेक करने से इनकार कर दिया. बताया जा रहा है कि यह फैसला टीम सपोर्ट स्टाफ के सुझाव और BCCI की सहमति से लिया गया था.