डीडवाना – कुचामन: रेलवे स्टेशन पर सुविधाओं की मांग को लेकर ग्रामीणों का प्रदर्शन, 7 दिन में मांगें पूरी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी

डीडवाना- कुचामन : करीब 70 गाँवों और 11 प्रमुख धार्मिक स्थलों से जुड़ा जिले का गच्छीपुरा रेलवे स्टेशन, क्षेत्र का अहम केंद्र है, लेकिन सुविधाओं के अभाव ने ग्रामीणों को सड़कों पर उतरने पर मजबूर कर दिया.सोमवार को सैकड़ों ग्रामीण गच्छीपुरा स्टेशन पर एकत्र हुए और जोरदार प्रदर्शन कर रेल मंत्री व जिला कलेक्टर के नाम अलग-अलग ज्ञापन सौंपकर समस्याओं से अवगत कराया.

ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि गच्छीपुरा स्टेशन जोधपुर डिवीजन का एनएसजी-5 श्रेणी का महत्वपूर्ण स्टेशन है.यहां रोजाना एक हजार से बारह सौ यात्री आते-जाते हैं और सालाना आय भी सवा डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक है.इसके बावजूद स्टेशन पर केवल चार जोड़ी ट्रेनों का ठहराव है.

ग्रामीणों ने गाड़ी संख्या 14661 और 14662 शालीमार एक्सप्रेस का ठहराव गच्छीपुरा में सुनिश्चित करने की मांग की, ताकि जयपुर, दिल्ली, जम्मू सहित जोधपुर और बाड़मेर जाने वाले यात्रियों को सुविधा मिले और रेलवे की आय भी बढ़े.साथ ही स्टेशन पर रिजर्वेशन काउंटर की सुविधा शुरू करने तथा यात्रियों की सुरक्षा के लिए ओवरब्रिज निर्माण की भी मांग की.

इसके अलावा रेलवे द्वारा फाटक संख्या सी-60 पर अंडरपास निर्माण के चलते बंद किए गए पुराने आम रास्ते को खोलने की मांग भी प्रमुख रही.ग्रामीणों ने कहा कि इसके बंद होने से दम्बोई खुर्द सहित 70 से अधिक गांवों के लोग जिला मुख्यालय नागौर, डीडवाना और अन्य स्थानों के लिए आने-जाने में बाधित होंगे.

इसी तरह इटावा बामनिया कस्बे की समस्या भी उठाई गई, जहाँ रेलवे लाइन के कारण कस्बा दो हिस्सों में बंटा हुआ है और आवागमन की सुविधा नहीं होने से लोग परेशान हैं.कई दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं और कस्बे का विकास थम सा गया है.

ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि सात दिनों में उनकी मांगों पर कार्यवाही नहीं हुई तो विशाल धरना-प्रदर्शन और जन आंदोलन किया जाएगा, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन और रेलवे विभाग की होगी.

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