दारोगा अभ्यर्थियों ने सोमवार (15 सितंबर, 2025) को पटना में प्रदर्शन किया. पटना कॉलेज से मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने के लिए दारोगा अभ्यर्थी निकले थे लेकिन जेपी गोलंबर के पास इन्हें रोक दिया गया. हालांकि यहां से बैरिकेडिंग को तोड़कर ये लोग आगे बढ़कर डाकबंगला तक पहुंच गए. यहां भी बैरिकेडिंग को तोड़कर कुछ अभ्यर्थी कोतवाली थाने की ओर बढ़ने लगे. इसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए इन लोगों को खदेड़ा.
छात्र नेता खुशबू कुमारी ने बताया कि सरकार की ओर से 2023 से ही दारोगा बहाली का आश्वासन मिल रहा है. सरकार ने 1817 पदों पर दारोगा की बहाली करने की घोषणा दो साल पहले कर दी है. हालांकि अब तक बहाली की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है. कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सिपाही भर्ती के बाद नियुक्ति पत्र बांट रहे थे तो उन्होंने कहा था कि दारोगा की भी बहाली जल्द करवाएंगे, लेकिन उस पर मुहर नहीं लग रही है.
खुशबू कुमारी ने कहा कि अब हम लोग का धैर्य खत्म हो रहा है इसलिए आंदोलन पर उतरने को विवश हो गए हैं. हमलोगों ने 10 दिन पहले मीडिया के जरिए ऐलान कर दिया था कि अगर बहाली की घोषणा सरकार जल्द से जल्द नहीं करती है तो हम लोग 15 सितंबर को आंदोलन करेंगे. इसी के तहत आंदोलन किया जा रहा है.
खदेड़े जाने के बाद बीच सड़क पर बैठे अभ्यर्थी
उधर दूसरी ओर जैसे ही कोतवाली थाने की ओर से पुलिस ने अभ्यर्थियों को वापस खदेड़ा तो ये लोग बीच सड़क पर ही बैठ गए. डाकबंगला और कोतवाली थाने के बीच में हरि निवास के सामने ये सभी रोड पर बैठक सरकार के विरोध में नारेबाजी करने लगे. अभ्यर्थी ने कहा कि हम लोगों की मांग पूरी तरह जायज है जो सरकार ठंडे बस्ते में रखी हुई है. बिहार में चुनाव है ऐसे में आदर्श आचार संहिता लगने के पहले सरकार दारोगा भर्ती की घोषणा कर दे.