करनाल में भारत-पाकिस्तान एशिया कप मैच के बाद माहौल भावनाओं से भरा रहा. पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए नेवी अधिकारी विनय नरवाल के पिता राजेश नरवाल ने टीम इंडिया की जीत पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कप्तान सूर्य कुमार यादव और पूरी भारतीय टीम ने सैनिकों और उनके परिवारों का सम्मान बढ़ाया है. भारत ने पाकिस्तान को करारी शिकस्त देकर क्रिकेट मैदान पर भी कड़ा संदेश दिया और इस जीत को जवानों के नाम समर्पित किया.
जीत समर्पित करने पर परिवार ने जताया आभार
राजेश नरवाल ने कहा कि सूर्य कुमार यादव ने पहलगाम हमले के शहीदों को याद कर जो सम्मान दिया, वह प्रेरणादायक है. भारत की जीत केवल खेल तक सीमित नहीं रही, बल्कि यह देशभक्ति का प्रतीक बनी.
उन्होंने कहा कि पूरी टीम ने पाकिस्तान के खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाकर साफ संदेश दिया कि आतंकवाद के समर्थन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. यह कदम क्रिकेट मैदान से बाहर भी भारत की दृढ़ नीति को दिखाता है.
टीम इंडिया के फैसले पर चर्चा तेज
उन्होंने कहा कि मैच जीतने के बाद खिलाड़ियों का पाकिस्तान टीम से हाथ नहीं मिलाना टीम मैनेजमेंट और खिलाड़ियों का सामूहिक निर्णय था. इस निर्णय के पीछे भारतीय सैनिकों और उनके परिवारों के प्रति संवेदनाएं थीं.
राजेश नरवाल ने कहा कि यह कदम पाकिस्तान को बहुत मजबूत संदेश देता है कि भारत खेल के साथ-साथ अपने राष्ट्रीय गौरव और सुरक्षा को भी प्राथमिकता देता है. उन्होंने कहा कि यदि पाकिस्तान को थोड़ी भी लज्जा होती तो वह इस तरह की प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने से पहले अपनी नीतियों पर पुनर्विचार करता.
सैनिकों के परिवारों के लिए बड़ा मनोबल
इस बयान ने सैनिकों के परिवारों के बीच भी चर्चा बढ़ा दी है. लोग कह रहे हैं कि टीम इंडिया ने पहली बार इतने स्पष्ट रूप से खिलाड़ियों और शहीदों के सम्मान को प्राथमिकता दी है.
उन्होंने कहा कि सूर्य कुमार यादव और पूरी टीम इस सम्मान के हकदार हैं और इस जीत ने सैनिकों के मनोबल को और ऊंचा कर दिया है. उन्होंने कहा कि देश की जनता और खिलाड़ी अगर इसी तरह एकजुट रहेंगे तो पाकिस्तान और आतंकवाद समर्थक ताकतें कभी भारत के हौसले को तोड़ नहीं पाएंगी.