डीडवाना–कुचामन: जिले की पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर के निर्देशन में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक परबतसर जिनेन्द्र जैन और मकराना के वृत्ताधिकारी भवानी सिंह की सुपरविजन में थानाधिकारी जगदीश प्रसाद के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने धोखाधड़ी के प्रकरण में फरार चल रहे 1000 रुपये के ईनामी अपराधी कन्हैयालाल शर्मा को गिरफ्तार किया है. मामला 3 मई 2024 का है, जब परबतसर निवासी हरीराम ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि कन्हैयालाल शर्मा, राहुल पादड़ा और अन्य आरोपियों ने मोरेड़ स्थित पानी के आर.ओ. प्लांट पर बुलाकर सस्ती यूएसडीटी दिलाने का झांसा देकर उससे धोखाधड़ी की.
इस पर प्रकरण संख्या 114/2024 दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया. आरोपी कन्हैयालाल आदतन अपराधी प्रवृत्ति का है और पुलिस गिरफ्त से बचने के लिए लगातार ठिकाने बदलता रहा. जनवरी 2025 में रींगस, सीकर में रोडवेज बस से लाखों रुपये लूटने के मामले में भी वह मुख्य आरोपी है और वहां भी फरार चल रहा था. इसी कारण उसकी गिरफ्तारी पर पुलिस अधीक्षक ने 1000 रुपये का ईनाम घोषित कर रखा था. कड़ी मेहनत और लगातार दबिश के बाद टीम ने मोरेड़ गांव से उसे डिटेन कर गिरफ्तार कर लिया.
कन्हैयालाल पुत्र भैरूबक्क्ष, जाति ब्राह्मण, उम्र 47 वर्ष, निवासी मोरेड़ थाना परबतसर, अव्वल दर्जे का बदमाश माना जाता है. उसके खिलाफ परबतसर, मकराना, चौमू, हरमाड़ा, जयपुर समेत विभिन्न थानों में डकैती, चोरी, लूट, आर्म्स एक्ट, एससी/एसटी एक्ट और मारपीट से जुड़े कई गंभीर प्रकरण दर्ज हैं.
इस कार्रवाई में थानाधिकारी जगदीश प्रसाद के साथ हैड कांस्टेबल गोपाल सिंह, हैड कांस्टेबल बलवीर कुमार, हैड कांस्टेबल सुरेश चंद मीणा, कांस्टेबल संदीप कुमार, कांस्टेबल कमलेश कुमार, कांस्टेबल अजय सिंह, कांस्टेबल भागुराम, कांस्टेबल ताराचंद, कांस्टेबल राजू पोशक, कांस्टेबल पुनाराम, कांस्टेबल श्रवण कुमार मीणा, कांस्टेबल विनोद कुमार मीणा, कांस्टेबल मनोज कुमार मीणा, कांस्टेबल पिंटु कुमार मीणा, महिला कांस्टेबल रुकमणी मीणा, कांस्टेबल करण सिंह मीणा, कांस्टेबल धर्मेन्द्र कुमार मीणा, कांस्टेबल सुरेश कुमार मीणा और कांस्टेबल गिरधारी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.