भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए एक बड़ा ऐलान किया है। अब तक तत्काल टिकट की सुविधा केवल विशेष श्रेणी की बुकिंग पर लागू होती थी, लेकिन 1 अक्टूबर से यह नियम सामान्य आरक्षित टिकटों पर भी लागू होगा। रेलवे ने बताया कि इस बदलाव का मकसद यात्रियों को अंतिम समय में भी यात्रा की सुविधा देना और टिकट ब्लैकिंग जैसी समस्याओं पर रोक लगाना है।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, नए नियम के तहत यदि किसी ट्रेन में सामान्य आरक्षित टिकट उपलब्ध नहीं हैं, तो यात्री तत्काल श्रेणी में बुकिंग कर सकेंगे। इसके लिए अतिरिक्त शुल्क पहले की तरह लागू रहेगा। तत्काल कोटे में टिकट बुक करने की समय सीमा और चार्ज वही रहेंगे, जैसे कि एसी और नॉन-एसी कोचों के लिए पहले से निर्धारित हैं।
यात्रियों के लिए यह सुविधा खासतौर पर फायदेमंद होगी, क्योंकि त्योहारों और छुट्टियों के मौसम में सामान्य आरक्षित टिकट तुरंत खत्म हो जाते हैं। ऐसे में यात्रियों के पास यात्रा का विकल्प नहीं बचता। लेकिन अब तत्काल सिस्टम लागू होने से उन्हें सीट पाने का अतिरिक्त अवसर मिलेगा।
रेलवे ने यह भी स्पष्ट किया है कि नए नियम से यात्रा में पारदर्शिता और सुविधा बढ़ेगी। बुकिंग प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से उपलब्ध रहेगी। इससे दलालों और टिकट माफियाओं पर भी नकेल कसने में मदद मिलेगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम रेलवे की आय बढ़ाने के साथ-साथ यात्रियों की परेशानियां कम करने में मददगार साबित होगा। हालांकि, तत्काल टिकट के दाम सामान्य टिकटों से अधिक होने की वजह से यात्रियों पर थोड़ा अतिरिक्त बोझ जरूर पड़ेगा।
रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे टिकट केवल अधिकृत प्लेटफॉर्म या रेलवे काउंटर से ही बुक करें, ताकि धोखाधड़ी से बचा जा सके। 1 अक्टूबर से लागू होने वाले इस नियम को लेकर यात्रियों में उत्सुकता बढ़ गई है और उम्मीद जताई जा रही है कि इससे यात्रा और आसान हो जाएगी।