जम्मू-कश्मीर सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 100 से अधिक सोशल मीडिया हैंडल्स को ब्लॉक कर दिया है। प्रशासन का कहना है कि ये अकाउंट्स डोडा और किश्तवाड़ जिलों में युवाओं को भड़काने और शांति भंग करने की कोशिश कर रहे थे। अधिकारियों ने साफ किया कि इनमें से कई अकाउंट पाकिस्तान से संचालित हो रहे थे, जिनका मकसद घाटी में अशांति फैलाना था।
जानकारी के मुताबिक, आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक और प्रदेश अध्यक्ष मेहराज मलिक की गिरफ्तारी के बाद ये अकाउंट्स सक्रिय हो गए थे। उन पर आरोप है कि वे युवाओं को भड़काने की कोशिश कर रहे थे ताकि माहौल खराब हो सके। सरकार ने हालात बिगड़ने से पहले ही सख्त कदम उठाते हुए इन अकाउंट्स पर रोक लगा दी।
मेहराज मलिक को 8 सितंबर को जन सुरक्षा अधिनियम (PSA) के तहत हिरासत में लिया गया था। उन पर आरोप है कि उन्होंने डोडा के उपायुक्त के साथ दुर्व्यवहार किया और आतंकवादी संगठन हिज़्बुल मुजाहिदीन के मारे गए कमांडर बुरहान वानी से संबंध रखे। इसके अलावा, उन पर युवाओं को ‘लश्कर’ से जुड़ने के लिए उकसाने का भी आरोप लगा है। उनकी गिरफ्तारी के बाद क्षेत्र में कई जगह हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए थे।
अधिकारियों का कहना है कि ब्लॉक किए गए हैंडल्स में सबसे अधिक फेसबुक के थे, उसके बाद इंस्टाग्राम और फिर एक्स (पूर्व में ट्विटर) के। इन सभी पर भड़काऊ सामग्री फैलाने और स्थानीय युवाओं को हिंसा के लिए उकसाने के आरोप हैं। सरकार ने कहा कि जम्मू-कश्मीर जैसे संवेदनशील इलाके में शांति और स्थिरता बनाए रखना सबसे बड़ी प्राथमिकता है, इसलिए यह कार्रवाई तत्काल की गई।
इस कदम के बाद सरकार ने संदेश दिया है कि सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। साथ ही, पाकिस्तान से संचालित होने वाले अकाउंट्स पर भी कड़ी निगरानी रखी जाएगी। अधिकारियों का मानना है कि इस कार्रवाई से घाटी में हिंसा फैलाने की कोशिशों पर बड़ा अंकुश लगेगा और शांति बहाल करने में मदद मिलेगी।