अयोध्या से सामने आई खबर में समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद ने रामभद्राचार्य की हाल ही में की गई विवादित टिप्पणी को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। रामभद्राचार्य ने एशिया कप 2025 में भारत-पाकिस्तान मैच के दौरान मुस्लिम महिलाओं को लेकर ‘यूज एंड थ्रो’ जैसा विवादित बयान दिया था, जिसे लेकर पूरे समाज में विवाद फैल गया।
अवधेश प्रसाद ने कहा कि इस प्रकार की बातें समाज में नफरत और विभाजन पैदा करने वाली हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि किसी भी धर्म, समुदाय या महिला के प्रति इस तरह की भाषा का इस्तेमाल स्वीकार्य नहीं है। अवधेश ने कहा कि इस तरह के बयान समाज में असंतोष और तनाव पैदा कर सकते हैं और लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए खतरा हैं।
सांसद ने यह भी कहा कि धार्मिक नेताओं और जनप्रतिनिधियों को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए समाज को जोड़ने वाली बातें करनी चाहिए, न कि अलग करने वाली। उन्होंने यह भी बताया कि महिला सुरक्षा और सम्मान का मसला हर धर्म और समुदाय के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण है और इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता।
इस मामले पर राजनीतिक और सामाजिक मंचों पर भी काफी चर्चा हो रही है। कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और नागरिकों ने भी रामभद्राचार्य की टिप्पणी की निंदा की है और कहा है कि इस तरह की बयानबाजी समाज में तनाव और कट्टरता को बढ़ावा देती है। वहीं, अवधेश प्रसाद ने इस मुद्दे को संसद और मीडिया के जरिए उठाने की बात भी कही।
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे बयान केवल विवाद पैदा करते हैं और सामाजिक समरसता को खतरे में डालते हैं। उन्होंने कहा कि नेताओं और धार्मिक हस्तियों को सार्वजनिक मंचों पर जिम्मेदारीपूर्वक बोलना चाहिए और समाज में सौहार्द बनाए रखने के प्रयास करने चाहिए।
अवधेश प्रसाद की इस प्रतिक्रिया को राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में समर्थन भी मिल रहा है। नागरिकों और नेताओं की बड़ी संख्या ने यह स्पष्ट किया कि समाज को बांटने वाले विचारों और बयानबाजी की जगह सहिष्णुता और सम्मान पर आधारित दृष्टिकोण को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। इस पूरे विवाद ने फिर से यह साबित किया कि जिम्मेदार बयानबाजी और सामाजिक एकता पर जोर देना आज के समय में बेहद आवश्यक है।