बिहार : पथरी गाँव में बड़ा हादसा टला, नदी में बहने से बची छात्रा, ग्रामीणों का आक्रोश : बोले- रोड नहीं तो वोट नहीं

बेतिया: बगहा के गोबरर्धना थाना क्षेत्र के पथरी गाँव में सोमवार की सुबह बड़ा हादसा होते-होते टल गया. जानकारी के अनुसार, लगातार हो रही बारिश से सुखवड़ा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है. नदी का बहाव इतना तेज हो गया कि बखरी बाज़ार से कोचिंग पढ़कर साइकिल से लौट रही छात्रा सत्या कुमारी नदी पार करते समय बहने लगी. गनीमत रही कि साथ चल रहे बच्चों ने शोर मचाया और ग्रामीण समय रहते पहुँच गए. ग्रामीणों ने छात्रा को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, लेकिन तेज धारा में उसकी साइकिल बह गई.

पीड़िता सत्या कुमारी ने बताया कि बरसात शुरू होते ही उनका पठन-पाठन प्रभावित हो जाता है. नदी पार करने में हर दिन जान जोखिम में डालनी पड़ती है. इधर, घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीण आक्रोशित हो उठे और सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द पुल का निर्माण नहीं हुआ तो वे “रोड नहीं तो वोट नहीं” अभियान छेड़ देंगे.ग्रामीण सोभन यादव ने कहा कि अधिकारी और जनप्रतिनिधि केवल आश्वासन देते रहे, लेकिन अब तक स्थायी समाधान नहीं हो पाया. “अगर नदी पर पुल बन जाता तो बच्चों की जान जोखिम में नहीं पड़ती और ऐसी घटनाएँ टल जातीं,”.

ग्रामीणों का कहना है कि पुल नहीं होने के कारण उन्हें मुख्यालय या प्रखंड जाने के लिए दुगनी दूरी तय करनी पड़ती है. यही नहीं, आसपास के सेवरही पथरी, सिंघाई, डामरापुर, औरईया, चम्पापुर, सेमरहनी, शेरवा, बनकटवा, पिपरा, बेला ताड़ी, गोबरहिया, नौरंगिया समेत दर्जनों गाँवों के लोग प्रभावित हैं.ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि नदी पर अविलंब पुल का निर्माण कराया जाए ताकि आवागमन सुचारु हो सके और बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो.ग्रामीण सोभन यादव ने बताया कि “अधिकारी आते हैं जाते हैं, नेता भी सुनते हैं लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हुआ। पुल बन जाता तो ऐसी घटनाएँ नहीं होतीं. छात्रा सत्या कुमारी ने कहा कि “बरसात शुरू होते ही हमारी पढ़ाई ठप हो जाती है. रोज जान जोखिम में डालकर नदी पार करनी पड़ती है.”

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