बांसवाड़: मोटागांव के दो व्यापारियों के लापता होने के मामले में बड़ा मोड़ सामने आया है. लापता हुए रमेश सोनी की चौथे दिन माही नदी से लाश मिली थी और कार भी नदी से बरामद हुई थी. इस वजह से पुलिस इसे हादसा मान रही थी. लेकिन आठवें दिन व्यापारी हर्षित जीवित मिला, जिसे पुलिस ने रतलाम से पकड़कर खमेरा थाने में रखा है.
पुलिस पूछताछ में हर्षित बार-बार अपने बयान बदल रहा है, जिससे जांच और जटिल हो गई है. अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि रमेश की मौत हादसा थी या हत्या.
पिछले पांच दिनों से सुरेश और हर्षित की तलाश में करीब 40 पुलिस जवान लगे हुए थे. इस बीच कई अफवाहों ने पुलिस और परिजनों को भ्रमित किया.कोटड़ा, ठीकरिया सहित अन्य स्थानों से शव मिलने की झूठी सूचनाओं पर पुलिस को बार-बार टीम भेजनी पड़ी.
सूत्रों के अनुसार, 14 सितंबर को पुलिस को जानकारी मिली थी कि हर्षित अहमदाबाद, मुंबई या रतलाम में हो सकता है और उसने परिजनों से संपर्क भी किया है. कॉल डिटेल की जांच के बाद पुलिस ने रतलाम से उसे बरामद कर लिया.