हनुमानगढ़: जिले के संगरिया कस्बे में मे विकास जैन हत्याकाण्ड का खुलासा कर दिया गया. लोरेंस बिश्नोई गैंग का शार्प शूटर गिरफ्तार किया गया. आईजी रेंज बीकानेर हेमंत शर्मा ने मंगलवार को जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी देते हुए बताया कि घटना के 60 घंटे मे खुलासाकर दोनो मुख्य अभियुक्त सहित 04 आरोपितों को गिरफ्तार को किया गया है.
तीन माह पूर्व पंचकुला के सोनू माल्टा हत्याकाण्ड मे जलंधर उर्फ अमृतपाल वांछित आरोपित है तथा हरियाणा पुलिस इसकी तलाश में जुटी हुई थी. इसके साथ ही आपराधिक गैंग से फंडिग प्राप्त करने वाले एवं मुख्य आरोपियो को वाहन उपलब्ध करवाने वाले आरोपितों को भी गिरफ्तार किया गया है. एसपी हरि शंकर के निर्देश पर दस अलग-अलग टीमों का किया गया था गठन घटना में संलिप्त मुख्य शुटर जलंधर सिंह उर्फ अमृतपाल, हरदीप सिंह उर्फ दीप, मखिन्द्र सिंह उर्फ लवली, मनप्रीत सिह उर्फ मनी गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की गई है. पुलिस आरोपितों का कोर्ट में पेश कर पीसी रिमांड लेकर पूछताछ करेगी.
यह था मामला:
बीकानेर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक हेमंत शर्मा ने मंगलवार को बताया कि 12 सितम्बर को नरेश कुमार पुत्र ईश्वर दास अरोड़ा निवासी संगरिया ने संगरिया थाने में रिपोर्ट दी. जिसमें बताया कि उसके पास धानमंडी संगरिया में किराए की दुकान है. दुकान पर वह व उसका पार्टनर विकास जैन बैठता था. 12 सितम्बर की दोपहर करीब दो बजे के आसपास उसने अपने पार्टनर विकास जैन को कॉल की, लेकिन विकास ने कॉल रिसीव नहीं किया. इस पर वह दुकान में पहुंचा तो देखा तो विकास जैन फर्श पर गिरा हुआ था और मुंह व पेट से खून निकला हुआ था.
उसने आस-पड़ोस के लोगों को बुलाया व विकास को देखा तो उसके गोलियां लगने के निशान थे व फर्श पर खून बिखरा हुआ था. फर्श पर गोलियों के खाली खोखे गिरे हुए थे. वे विकास जैन को अस्पताल लेकर गए तथा पुलिस को सूचना दी. अस्पताल में डॉक्टरों ने विकास जैन को मृत घोषित कर दिया. रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान संगरिया थाना प्रभारी अमरसिंह की ओर से शुरू किया गया.
एसपी के निर्देश पर दस अलग-अलग टीमें की गई थी गठित :
आईजी हेमंत शर्मा ने बताया कि घटना की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक हरी शंकर सहित अन्य उच्चाधिकारियों ने घटना स्थल पर पहुंच घटनास्थल का निरीक्षण किया। मौके पर एफएसएल/एमओबी टीम की ओर से साक्ष्य संकलित किए गए. प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए दस अलग-अलग टीमों का गठन कर उन्हें अज्ञात आरोपियों की तलाश के लिए रवाना किया गया.
गठित टीमों ने मानवीय एवं तकनीकी आसूचना संकलित कर आरोपियों की पहचान की तथा उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दी. इस दौरान सफलता हासिल करते हुए घटना में संलिप्त मुख्य शूटर जलंधर सिंह उर्फ अमृतपाल (27) पुत्र हरदेव सिंह उर्फ काकासिंह, हरदीप सिंह उर्फ दीप (26) पुत्र जसपाल सिंह, मखिन्द्र सिंह उर्फ लवली (25) पुत्र मल्लासिंह व मनप्रीत सिंह उर्फ मनी (26) पुत्र गुरचरण सिंह को धर्मपुरा हरियाणा से दस्तयाब कर अनुसंधान के बाद गिरफ्तार किया. मुख्य शूटर जलंधर सिंह उर्फ अमृतपाल तीन माह पहले पंचकुला के सोनू माल्टा हत्या काण्ड में भी वांछित है.आरोपियों के अन्य सहयोगी एवं पूर्व में दर्ज आपराधिक प्रकरणों के संबंध में अनुसंधान एवं पूछताछ जारी है.