कोटा: राजस्थान के कोटा में हर साल मनाया जाने वाला दशहरा मेला इस बार और भी भव्य एवं आकर्षक बनने जा रहा है. नगर निगम द्वारा आयोजित हो रहे 132वें राष्ट्रीय दशहरे मेले में रावण दहन का आयोजन कुछ ऐसा होगा जो देश ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व में रिकॉर्ड बनाएगा. इसकी तैयारियां महीनों पहले से शुरू हो गई हैं.
इस बार जो रावण बनाया जा रहा है, वह अब तक के सभी रावणों से अलग और विशेष होगा. खास बात यह है कि पहली बार रावण का चेहरा फाइबर से बनाया जा रहा है, जिस पर एलईडी लाइट लगाई जाएगी, जो रात के समय इसकी चमक और भव्यता को और बढ़ा देगी.
कोटा में वर्षों से रावण दहन का आयोजन होता आया है. पहले रावण बनाने में रंगीन कागज, बांस, बल्लियों, साड़ियों, रद्दी, सुतली, रस्सी और मैदा की लुगदी का इस्तेमाल किया जाता था. उसकी आकृति बनाने के लिए बांस की लकड़ियों का ढांचा तैयार कर उस पर कागज और रंग चिपकाए जाते थे.
रावण को मजबूती देने के लिए सुतली और रस्सियों से बांधा जाता था और मैदा की लुगदी से जोड़कर उसे आकार दिया जाता था. उसके बाद वाटरप्रूफ कागज और रंगों से सजावट की जाती थी, लेकिन इस बार सब कुछ अलग है.