रीवा में कुलदेवी मंदिर निर्माण पर सरपंच ने लगाई रोक: ग्रामीणों ने किया विरोध, मौके पर पहुंचे तहसीलदार

रीवा: पूर्वजों द्वारा विद्यालय बनवाने के लिए दान दी गई जमीन में पूर्व से स्थापित कुलदेवी के चबूतरे में ग्रामीणों द्वारा कराए जा रहे मंदिर निर्माण में मोहरबा की महिला सरपंच ने अतिक्रमण की दलील देते हुए निर्माण कार्य में रोक लगाई है. जिसके बाद से मोहरबा गांव में सरपंच और ग्रामीणों के बीच तकरार की स्थिति निर्मित है. ग्रामीणों द्वारा वरिष्ठ कार्यालय में दिए गए आवेदन के बाद मौके पर पहुंचे सेमरिया तहसीलदार ने स्थल का मुआयना किया है.

ऐसा माना जा रहा है कि शीघ्र ही पूरे मामले का शांतिपूर्वक निराकरण कर लिया जाएगा. मामले के संबंध में जानकारी देते हुए मोहरबा गांव के निवासी पवन कुमार तिवारी ने बताया कि उनके पूर्वजों में बच्चों की शिक्षा के लिए यह जमीन शासन को दान पत्र में दी थी, उस दौरान भी कुलदेवी का चबूतरा यहां मौजूद था. जिसमें कुलदेवी विराजमान थी, बाद में वह चबूतरा स्कूल प्रांगण के अंदर आ गया. जिसमें अब हम सब ग्रामीणों द्वारा स्वयं के व्यय से मंदिर निर्माण कराया जा रहा है. जिसे गांव की महिला सरपंच अतिक्रमण बता रही है.

शासन-प्रशासन को जमीन दान में दी गई थी, लेकिन हमारी कुलदेवी नहीं, राज्य और केंद्र में भाजपा की सरकार है. सरपंच के पिता भी भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हुए हैं, जिस सरकार ने राम मंदिर बनवाया हो इस सरकार के ऐसे जनप्रतिनिधि पार्टी सहित सनातन के लिए कलंक साबित हो रहे हैं.

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