राजस्थान के अनूपगढ़ से एक बड़े धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है. एक युवक द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद पता चला है कि उसे बहला-फुसलाकर हिंदू से ईसाई धर्म में परिवर्तित किया गया था. धर्म परिवर्तन के बाद वह युवक करीब एक महीने तक मानसिक तनाव में रहा. युवक ने अनूपगढ़ थाने में तीन लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज करवाया है. इनमें दो आरोपी एक ही परिवार के हैं जिसमें पिता विनोद कुमार और बेटा आर्यन शामिल है. तीसरा आरोपी पोलश बारजो नाम का एक पादरी है, जो झारखंड का रहने वाला बताया जा रहा है.
पोलश बारजो ‘एफएमपीबी’ यानी (Friends Missionary Prayer Band) नामक संस्था का अनूपगढ़ क्षेत्र का एरिया इंचार्ज है. पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. पूछताछ में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है. पोलश बारजो ने साल 2008 से 2025 के बीच करीब 450 हिंदू लोगों का धर्म परिवर्तन करवाया है. मामला सामने आने के बाद हिन्दू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया.
आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज
इसके दबाव के बाद पुलिस ने मामले में कार्रवाई की और संबंधित आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया. धर्म परिवर्तन की यह पूरी प्रक्रिया सुनियोजित बताई जा रही है. जिसमें लोगों को लालच, प्रलोभन या मानसिक दबाव में लाकर धर्म बदलवाया जाता था. युवक के खुलासे के बाद अब यह मामला राज्य स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है.
अन्य पीड़ितों से की जा रही बात
पुलिस का कहना है कि जांच जारी है और पूरे नेटवर्क की छानबीन की जा रही है. अन्य पीड़ितों से भी संपर्क किया जा रहा है ताकि यह पता लगाया जा सके कि और कितने लोग इस जाल में फंसे थे. इस पूरे प्रकरण ने धर्म परिवर्तन के मुद्दे को फिर से केंद्र में ला दिया है और प्रशासन पर सख्त कार्रवाई करने का दबाव बढ़ गया है.