गाजीपुर : मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना जहां अब वधु को उपहार भी मिलेंगे और उस उपहार के शुद्धता के प्रमाण पत्र भी मिलेंगे.जी हां मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में प्रत्येक वधु को 30 ग्राम का चांदी का पायल दिया जाएगा जो 65 टंच शुद्धता वाला होगा.और इसके लिए प्रत्येक वधु को इससे संबंधित प्रमाण पत्र भी विभाग की तरफ से दिया जाएगा कि यह गिलट का नहीं बल्कि चांदी का पायल है.क्योंकि पूर्व में कई जनपदों में इस तरह के मामले सामने आए थे जिसको लेकर अब शासन ने इस तरह के कदम उठाए हैं.
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना जिसमें पूर्व में 51000 शासन के द्वारा दिए जाते थे जिसमें गरीब बेटियों की शादी कराई जाती थी वहीं अब इस राशि को बढ़कर एक लाख कर दिया गया है.लेकिन गाजीपुर ही नहीं प्रदेश के कई जनपदों में सामूहिक विवाह योजना में कई तरह के गड़बड़ झाले का मामला सामने आया था.जिसको लेकर अब उत्तर प्रदेश सरकार किसी भी तरह के गड़बड़ी के अंदेशा को पहले से भापते हुए उसके लिए पुख्ता इंतजाम कर रही है.
और इसी को लेकर इस बार सामूहिक विवाह योजना में जो कन्याओं को शासन की तरफ से चांदी के पायल दिए जाने हैं उस पायल का शुद्धता प्रमाण पत्र भी कन्या पक्ष या उसके परिवार को देना होगा.
बता दे कि इसके पूर्व भी योजना में चांदी का पायल दिए जाने का प्रावधान था लेकिन बहुत सारे जनपदों में नकली चांदी का पायल दे दिया गया.जिसका खुलासा कुछ दिनों बाद हुआ जब कन्याओं के द्वारा उसे पहने जाने लगा और वह कुछ ही दिनों में काला होने लगा। जिसकी शिकायत विभाग को मिली और शासन तक यह मामला पहुंचा जिसको लेकर इस बार शासन की ओर से 30 ग्राम चांदी की पायल का 65 टंच शुद्धता वाला प्रमाण पत्र भी परिवार के लोगों को दिए जाने का शासनादेश जारी कर दिया है.
वही मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में सिर्फ पायल ही नहीं बल्कि अन्य कई जरूरत की समान भी दिए जाने हैं। जिसमें पहले सिंगल बेड दिया जाता था अब नव दंपतियों को डबल बेड के साथ एक गद्दा तकिया पांच साड़ी ब्लाउज पेंट शर्ट ट्रॉली बैग वैनिटी किट 10 लीटर का कूलर, सिंधोरा, कांच की चूड़ियां सहित 25 तरह के ब्रांडेड सामान दिए जाने हैं। वही इस योजना के लिए अब गाजीपुर का शासन के द्वारा लक्ष्य भी तय कर दिया गया है इस लक्ष्य के तहत साल 2025-26 के लिए 788 शादी गाजीपुर जनपद में कराए जाने का लक्ष्य जिला समाज कल्याण विभाग को दिया गया है.
समाज कल्याण अधिकारी राम नगीना यादव ने बताया कि शासन से इस बार निर्देश आया है की कन्याओं को जो चांदी का पायल दिया जाना है उसके शुद्धता का प्रमाण पत्र भी कन्या या उसके परिवार को दिया जाना है । साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि पायल के साथ चांदी की बिछिया जो कन्याओं के पैर के उंगली में पहनी जाती है उसे भी दिया जाना है जिसका वजन 10 ग्राम का रहेगा.