रीवा : पुरवा मनीराम ग्राम कठौली का अमृत सरोबर तालाब यह सिर्फ एक तालाब नहीं, बल्कि एक बड़े घोटाले की कहानी है, जिसमें सरकारी जमीन को हड़पने की साजिश का सनसनीखेज खुलासा हुआ है.इस पूरे खेल में एक बड़े अधिकारी की भूमिका संदेह के घेरे में आ गई है, जिन पर जांच की दिशा ही बदलने का आरोप है.
शिकायतकर्ता ने पहले भी इस तालाब की जमीन हड़पने का मामला उठाया था, जिसके बाद खुद कलेक्टर ने वसूली के निर्देश दिए थे.लेकिन, इसके बावजूद जनपद सीईओ ने एक नई जांच शुरू की, जिसमें पुरानी रिपोर्ट को पूरी तरह से पलट दिया गया.
आरोप है कि यह सब सरपंच और सचिव को बचाने के लिए किया जा रहा है और इस पूरे मामले में जनपद सीईओ की मिलीभगत के साफ संकेत मिल रहे हैं.
शिकायतकर्ता ने हार नहीं मानी है और एक बार फिर कलेक्टर से मिलकर अपनी बात रखी है.कलेक्टर ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए सीईओ जिला पंचायत को तुरंत एक अंतिम और स्पष्ट रिपोर्ट देने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा है कि रिपोर्ट मिलने के बाद किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और उस पर कड़ी कार्रवाई होगी.