ग्वालियर के चंदन नगर की रहने वाली महिला अपने देवर के साथ मंगलवार को कलेक्ट्रेट में पहुंची. वहां, उसने सबलगढ़ के एसडीएम अरविंद माहौर पर उसके परिवार को परेशान करने का आरोप लगाया. यहां तक कि ये भी कहा- अगर हमें न्याय न मिला तो हमारा पूरा परिवार सुसाइड कर लेगा. महिला मूलरूप से सबलगढ़ की रहने वाली है, जो अब ग्वालियर में अपने परिवार के साथ रह रही है.
हालांकि, कलेक्टर को दिए ज्ञापन में बेटी को परेशान की बजाए, परिवार को तंग करने का आरोप लगाया है. कलेक्टर ने मामले की गंभीरता को लेते हुए एसडीएम अरविंद माहौर को हटाकर कलेक्ट्रेट में डिप्टी कलेक्टर पदस्थ किया है. सबलगढ़ एसडीएम अब मेघा तिवारी होंगीं.
दरअसल, ग्वालियर की महिला अपने सबलगढ़ में रहने वाले देवर के साथ कलेक्ट्रेट पहुंची थी. ज्ञापन में देवर ने बताया कि एसडीएम अरविंद माहौर उनसे दुर्व्यवहार करते हैं. एसडीएम गत पांच सितंबर को उसकी दुकान पर आए और कहा- तुझे आवास पर बुलाया तो तू आया क्यों नहीं? चुपचाप आ जाना नहीं तो तेरे परिवार को ऐसा फसाऊंगा कि कहीं का नहीं रहेगा. जिस पर महिला का देवर एसडीएम के बंगले पर गया, जहां एसडीएम ने कहा- तेरे भाई, भाभी व भतीजी को ज्यादा गर्मी चढ़ी है. इसके बाद गालियां दीं.
देवर ने रिकॉर्ड की SDM की हरकत
देवर ने यह घटना अपने मोबाइल में रिकार्ड कर ली, लेकिन लोकलाज से शिकायत नहीं की. अब लगातार उसके परिवार को तंग किया जा रहा था. जिस पर महिला देवर को लेकर कलेक्ट्रेट आई. उसने खुलकर कहा कि एसडीएम उसकी बेटी को रात में मैसेज करते हैं. पिछले एक साल से यही हालात हैं. नंबर बदल लिया तो उसे भी पता कर मैसेज करने लगे. सबलगढ़ एसडीएम भी इसी वजह से बनकर पहुंच गए. बेटी ने फटकार दिया तो देवर को बुलाकर धमकाने लगे.
SDM का विवादों से है पुराना नाता
एसडीएम अरविंद माहौर पर छह सितंबर को तहसील के चपरासी सियाराम आदिवासी ने बंगले पर बुलाकर मारपीट करने का आरोप लगाया था. जिस पर पुलिस मामले की जांच कर रही है। चपरासी का मेडिकल भी कराया गया था. चपरासी की मारपीट सिर्फ इसलिए कर दी गई कि उसने रात 12 बजे एसडीएम का फोन नहीं उठाया था. इससे पूर्व भी कई विवादित मामले सामने आते रहे हैं. पूर्व में एक निजी होटल के गार्ड का फोन तोड़ कर उससे भी SDM अरविंद माहौर ने अभद्रता की थी.