अमीरों की सूची में छत्तीसगढ़ के सात कारोबारी, 5 स्थानों पर एक ही कंपनी के उद्योगपति

RAIPUR. हुरुन की आज जारी हुई देश के अमीरों की सूची (Hurun India Rich List 2024) में छत्तीसगढ़ ( Chhattisgarh) के सात कारोबारियों ने अपनी जगह बनाई है। 2020 में एक भी कारोबारी इस सूची में शामिल नहीं था। छत्तीसगढ़ में पहले और दूसरे नंबर पर एबिस एक्सपोर्ट इंडिया के बहादुर अली और सुल्तान अली हैं। दोनों की कंपनी, रैंक और संपत्ति बराबर है। तीसरे नंबर पर कमल किशोर सारडा हैं जिनकी कंपनी एनर्जी और मिनरल्स के क्षेत्र में काम करती हैं। चौथे, छठवें और सातवें नंबर पर बजरंग लाल अग्रवाल, हनुमान प्रसाद अग्रवाल और नारायण प्रसाद अग्रवाल हैं। इनकी कंपनी गोदवारी पॉवर, पॉवर सेक्टर में काम करती है। वहीं पांचवें नंबर पर विनीता आशीष सराफ हैं। इनकी कंपनी सारडा एंड मिनरल्स है में काम करती है.

हुरुन रिपोर्ट एक अग्रणी शोध, लक्जरी प्रकाशन और इवेंट समूह है इसकी स्थापना 1998 में लंदन में हुई थी हुरुन रिपोर्ट भारत, चीन, फ्रांस, यूके, यूएसए, ऑस्ट्रेलिया, जापान, कनाडा और लक्जमबर्ग में कार्य करता है। यह दुनिया भर में सबसे अमीर व्यक्तियों के मूल्यांकन के लिए मान्यता प्राप्त संस्था है। हुरुन रिपोर्ट वैश्विक स्तर पर अमीरों की सूची का सबसे बड़ा संकलक है।

हुरुन रिपोर्ट के चार विभाग हैं…

हुरुन रिपोर्ट मीडिया- यह विभाग डिजिटल मीडिया और चार पत्रिकाओं का एक समूह है.

हुरुन रिसर्च इंस्टीट्यूट, हुरुन कॉन्फ्रेंस- यह उद्यमियों के लिए कार्य करने वाला विभाग है.

हुरुण इन्वेस्टमेंट – यह विभाग तकनीक मीडिया और शिक्षा में निवेश करता है।

हुरुन की भारत में शुरुआत कब ?

हुरुन इंडिया की शुरुआत साल 2012 में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से स्रातक अनस रहमान जुनैद के नेतृत्व में हुई थी। जुनैद की मुलाकात हुरुन ग्लोबल के संस्थापक रुपर्ट हूगेवेरफ वैरफ से ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के माध्यम से हुई। साल 2012 के बाद से ही हुरुन भारत में काम कर रहा है।

कई चरणों में होती है इंडिया रिच लिस्ट को तैयार करने की प्रक्रिया

1. हुरुन इंडिया टीम रिच लिस्ट को तैयार करने के लिए भारत की बड़ी कंपनियों, स्टार्टअप्स और अमीर व्यक्तियों से संबंधित फाइनेंशियल आंकड़ों को इकट्ठा करती है।

2. इन आंकड़ों में शेयर बाजार की जानकारी, कंपनियों के वित्तीय रिपोर्ट और पब्लिक सोर्सेज से मिला डेटा शामिल है।

3. हुरुन इंडिया की टीम व्यक्तिगत रूप से भी लोगों से संपर्क करके उनकी संपत्ति की जानकारी लेती है।

4. इसके बाद इकट्ठा किए गए डेटा के आधार पर हर व्यक्ति की कुल संपत्ति का आकलन किया जाता है।

5. इसके बाद फिर फाइनल लिस्ट जारी की जाती है।

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