डूंगरपुर: आदिवासी समाज के धर्मान्तरण पर ABVP सख्त, की कड़ी कार्रवाई की मांग

डूंगरपुर: जनजाति बाहुल्य डूंगरपुर जिले में भोले-भाले आदिवासी समाज को सुनियोजित षड्यंत्र के माध्यम से कराए जा रहें धर्मान्तरण के विरुद्ध उचित कार्रवाई की मांग को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने राज्यपाल के नाम अतिरिक्त जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौपा.
एबीवीपी जिला संयोजक अनिल धमलात ने बताया कि डूंगरपुर जिलें में पातेला स्थित सेंट पॉल स्कूल के छात्रावास में रहने वाले विद्यार्थियों के साथ लगातार हो रही मारपीट की जानकारी मिलने पर विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी व जिला प्रशासन की टीम छात्रावास में पहुंची, जहां छात्रावास में बड़ी अनियमिता पाई गई. साथ ही बच्चों ने अपने साथ हुई मारपीट व चोटों के निशान भी दिखाएं. एबीवीपी कार्यकर्ताओं द्वारा वहां के विद्यार्थियों से बातचीत करने पर अवैध धर्मान्तरण की भी जानकारी मिली.
वहीं, चिकित्सा विभाग के स्वास्थ्य परीक्षण करने पर 6 लड़के तथा 2 लड़कियां गंभीर बीमार पाएं गए, जिन्हें तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जिनके कारणों की जांच करने पर पाया कि खाद्य सामग्री में चूहें, इल्लिया एवं क्षमता से ज्यादा विद्यार्थियों को रूम में रखा जा रहा था तथा पानी की टंकी में फंगस जमा हुआ था. वहीं, बालिका छात्रावास के आगे सुचना पट्ट पर माता-पिता को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं पाया गया.
मामले को लेकर बुधवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौपकर मांग की है कि अवैध छात्रावास को स्थाई रूप से बंद किया जाए एवं शिक्षा की आड में अवैध धर्मान्तरण के विरुद्ध कार्यवाही की जाए. साथ ही चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की धारा 29 एवं 30 के अनुसार कमेटी बनाई जाएं जिसमें एबीवीपी के प्रतिनिधि को शामिल किया जाएं और उक्त मामले की गंभीरता को देखते हुए ठोस कार्यवाही की जाएं.
इस मौके पर प्रदेश जनजाति छात्र कार्य प्रमुख राजेंद्र खराड़ी, पूर्व जिला संयोजक महिपाल गमेती, भाग संयोजक आसपुर धनपाल अहारी, छात्र नेता राहुल भगोरा, विकास फनात, प्रवीण खराड़ी, नेपाल खराड़ी, दयाराम गमेती, सिकंदर कलासुआ, मुकेश रोत सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे.
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