उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पंचायत चुनाव से पहले आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के लिए बड़ी सौगात की घोषणा की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिला एवं बाल विकास विभाग को निर्देश दिया है कि सभी आंगनबाड़ी बहनों को स्मार्टफोन उपलब्ध कराए जाएं। इसका उद्देश्य कार्यकत्रियों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाना और उनकी सेवाओं को और अधिक प्रभावी बनाना है।
सरकार का मानना है कि स्मार्टफोन मिलने से आंगनबाड़ी बहनें बच्चों और महिलाओं से जुड़ी योजनाओं को बेहतर तरीके से लागू कर पाएंगी। इसके साथ ही योगी सरकार ने यह भी आश्वासन दिया है कि कार्यकत्रियों के मानदेय और इंसेंटिव को समय-समय पर बढ़ाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि सभी कार्यकत्रियों को आवश्यक प्रशिक्षण भी दिया जाए, ताकि वे योजनाओं को और बेहतर ढंग से जमीनी स्तर तक पहुंचा सकें।
इसके अतिरिक्त, सरकार ने घोषणा की है कि स्कूल मर्जर प्रोग्राम के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों को भी अपने भवन उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे कार्यकत्रियों को स्थायी ढांचा मिलेगा और बच्चों को सुरक्षित वातावरण में पोषण एवं शिक्षा मिल सकेगी। सरकार का बड़ा फोकस तीन से छह साल तक के बच्चों को पोषण मिशन से जोड़ने पर है। इस अभियान के तहत बच्चों को संतुलित आहार और स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया कि विजयदशमी तक इस योजना को लागू करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां समाज की रीढ़ हैं, क्योंकि वे बच्चों और महिलाओं के स्वास्थ्य एवं शिक्षा से सीधे जुड़ी हुई हैं। उनकी सशक्त भूमिका से ही समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है।
इस घोषणा के बाद आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों में खुशी की लहर है। लंबे समय से स्मार्टफोन और मानदेय बढ़ोतरी की मांग कर रही कार्यकत्रियों को अब सरकार की ओर से राहत मिली है। पंचायत चुनाव से पहले योगी सरकार का यह कदम राजनीतिक रूप से भी अहम माना जा रहा है, क्योंकि इससे ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी संख्या में महिलाओं तक सीधा संदेश जाएगा।