छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश एनसीसी डायरेक्टरेट के कैडेट्स ने राष्ट्रीय स्तर पर शानदार उपलब्धि हासिल की है। थल सैनिक कैंप (टीएससी) और नेवल कैंप में इनकी मेहनत और अनुशासन ने सभी को प्रभावित किया। आर्मी विंग के कैडेट्स ने देशभर के 17 डायरेक्टरेट को पछाड़कर बेस्ट डायरेक्टरेट का खिताब अपने नाम किया। यह जीत कैडेट्स की कड़ी मेहनत और राज्य के प्रशिक्षण स्तर को दर्शाती है।
आर्मी विंग की सफलता के बाद नेवी विंग ने भी शानदार प्रदर्शन किया। नेवल कैडेट्स ने पहली बार नेशनल कैंप में दूसरा स्थान हासिल किया, जो अपने आप में ऐतिहासिक उपलब्धि है। इससे पहले कभी भी छत्तीसगढ़-एमपी डायरेक्टरेट ने नेवल विंग में इतना शानदार प्रदर्शन नहीं किया था। इस उपलब्धि से कैडेट्स का आत्मविश्वास और राज्य का गौरव दोनों बढ़ा है।
कैम्प के दौरान कैडेट्स ने विभिन्न सैन्य और नौसैनिक प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया। इनमें मैप रीडिंग, हथियार संचालन, ड्रिल, शूटिंग, फायरिंग और टीम कोऑर्डिनेशन जैसी प्रतियोगिताएं शामिल थीं। कैडेट्स ने अपने प्रदर्शन से न केवल अधिकारियों बल्कि पूरे देश का ध्यान खींचा।
इस उपलब्धि का श्रेय कैडेट्स की मेहनत के साथ-साथ उनके ट्रेनर्स और अधिकारियों को भी जाता है। लगातार अभ्यास, अनुशासन और टीम वर्क ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया। आर्मी और नेवी दोनों विंग्स की यह सफलता इस बात का प्रमाण है कि राज्य के युवा राष्ट्रीय स्तर पर किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की उपलब्धियां न केवल युवाओं का मनोबल बढ़ाती हैं, बल्कि और अधिक छात्रों को एनसीसी से जुड़ने के लिए प्रेरित करती हैं। एनसीसी का मकसद युवा पीढ़ी को अनुशासन, नेतृत्व और राष्ट्र सेवा के लिए तैयार करना है। छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के कैडेट्स की इस उपलब्धि से साफ है कि राज्य की नई पीढ़ी देश की सेवा और सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए पूरी तरह सक्षम है।