मुरैना में विवादित एसडीएम ने आधी रात को कार्यालय खोलकर छह पटवारियों का तबादला किया

मुरैना जिले के सबलगढ़ तहसील में विवादों में घिरे एसडीएम अरविंद माहौर ने अपने तबादले के बाद रात दस बजे कार्यालय खोला और छह पटवारियों का तबादला कर दिया। मारपीट, अभद्रता और एक युवती को परेशान करने के आरोपों के कारण एसडीएम को हटाया गया था। कलेक्टर अंकित अस्थाना ने मंगलवार शाम आदेश जारी कर अरविंद माहौर को डिप्टी कलेक्टर के पद पर पदस्थ किया और उनकी जगह मेघा तिवारी को सबलगढ़ एसडीएम बनाया।

रात आठ बजे के बाद कार्यालय का ताला खुलने के बाद अरविंद माहौर ने रात 11 बजे तक कार्यालय में बैठकर काम किया। इस दौरान उनका गनमैन और एक चपरासी बाहर पहरा देते रहे। आधी रात को सबलगढ़ तहसील के अधिकारी-कर्मचारियों के ग्रुप पर एक आदेश भेजा गया जिसमें छह पटवारियों के तबादले किए गए।

तबादलों में सबलगढ़ हल्का पटवारी राधा शर्मा को बावड़ीपुरा हल्के में, सुनेहरा हल्का के पटवारी अली हसन को रामपहाड़ी हल्का में, रामपहाड़ी हल्का पटवारी हरिओम मीणा को सुनेहरा हल्का में, सोनम कुशवाह को जाटौली से बामसौली हल्के में और प्रिंस गर्ग का तबादला बामसौली से जाटौली हल्के में किया गया। विशेष रूप से हरिओम मीणा का तबादला रोचक है क्योंकि उन्हें पहले कलेक्टर अंकित अस्थाना ने कैलारस तहसील से सबलगढ़ ट्रांसफर किया था, लेकिन पटवारी ने ज्वॉइनिंग नहीं दी थी।

एसडीएम माहौर के खिलाफ अभद्र व्यवहार की शिकायतें पहले भी विभाग में आई थीं। बीते सप्ताह में उनके चपरासी ने मारपीट की शिकायत की थी, जिसे थाने और कलेक्टर व एसपी तक भेजा गया। इसके बाद एक युवती ने वीडियो जारी कर आरोप लगाया कि एसडीएम माहौर ने शादी का प्रस्ताव भेजकर उन्हें परेशान किया और उनके स्वजन को धमकाया।

कलेक्टर अंकित अस्थाना ने इस मामले में एसडीएम माहौर को नोटिस जारी किया है और उनसे उनके अभद्र व्यवहार और लगातार शिकायतों पर स्पष्टीकरण मांगा है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि यदि पटवारियों के अचानक आधी रात को किए गए तबादले से कोई शिकायत सामने आती है तो इस पर पूरी जांच और विधिवत कार्रवाई की जाएगी। वर्तमान में मामला उच्च अधिकारियों की निगरानी में है और एसडीएम माहौर के भविष्य पर विभागीय कार्रवाई तय होने वाली है।

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