लखनऊ के हुसैनगंज इलाके में बुधवार शाम एक 7 साल का बच्चा खेलते-खेलते नाले में गिर गया। बच्चा वीरू रामलीला मैदान में खेल रहा था, जो हैदर कैनाल से जुड़ा हुआ है। खेल के दौरान उसके कुछ कंचे नाले में गिर गए और उन्हें निकालते समय वीरू का संतुलन बिगड़ा और वह पानी में बह गया। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया और लोग बच्चे को बचाने की कोशिश करने लगे, लेकिन नाले के तेज बहाव के कारण वे सफल नहीं हो सके।
सूचना मिलने पर पुलिस, दमकल विभाग और गोताखोरों की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। नगर निगम की टीम भी राहत कार्य में जुटी। प्रशासन ने गोताखोरों और स्थानीय अधिकारियों की मदद से बच्चे को बचाने के लिए व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया। घटना के लगभग तीन घंटे बाद भी बच्चे का कोई सुराग नहीं मिल पाया।
लखनऊ की मेयर सुषमा खर्कवाल ने कहा कि यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने प्रशासन, नगर निगम और गोताखोरों की मदद से बच्चे की खोज जारी रखने और पीड़ित परिवार की हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया। बच्चे के परिजन बेहद परेशान हैं और लगातार तलाश की खबरों पर नजर बनाए हुए हैं।
स्थानीय लोग भी घटना की गंभीरता को लेकर चिंतित हैं। बच्चे के बहाव में जाने के कारण इलाके में सुरक्षा और नालों के आसपास बच्चों की सुरक्षा पर सवाल उठे हैं। प्रशासन ने स्थानीय लोगों से बच्चों को नाले के पास खेलने से रोकने और सतर्क रहने की अपील की है।
पुलिस और गोताखोर अब तक नाले के आसपास और पानी के मार्ग का पूरा सर्वे कर चुके हैं। राहत दल का प्रयास है कि बच्चे को सुरक्षित निकालने के लिए सभी संभावित रास्तों की जांच की जाए। इस दौरान आसपास के निवासियों ने भी तलाशी में मदद की।
यह घटना लखनऊ में बच्चों की सुरक्षा और नाले के आसपास निगरानी के महत्व को उजागर करती है। प्रशासन और पुलिस ने कहा कि आगे भी ऐसी घटनाओं से बचने के लिए शहर में निगरानी बढ़ाई जाएगी और बच्चों के खेल के लिए सुरक्षित स्थानों की व्यवस्था करने पर जोर दिया जाएगा। इस अप्रिय घटना ने शहरवासियों में चिंता और सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ा दी है।