हरदोई: जिले के पचदेवरा क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से एक गर्भवती महिला की हालत बिगड़ गई, परिजनों उसे फर्रुखाबाद इलाज के लिए ले जा रहे थे पर रास्ते में ही महिला ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. घटना के बाद झोलाछाप डॉक्टर अपना मेडिकल स्टोर बंद करके फरार हो गया.
पचदेवरा थाना क्षेत्र के घसा गांव निवासी सोनू जाटव की पत्नी रेनू गर्भवती थी, बुधवार शाम को रेनू की तबीयत खराब हुई। धानी नगला गांव में मेडिकल स्टोर की आड़ में लोगों का इलाज करने वाला रामवीर घर जाकर रेनू को चार खुराक दबा दे गया. रेनू के चाचा ससुर छेदालाल ने आरोप लगाया कि झोलाछाप डॉक्टर रामवीर की दवा खाते ही रेनू की हालत बिगड़ गई. परिजन आनन-फानन में रेनू को आमतारा गांव एक निजी चिकित्सक के पास ले गए, गंभीर हालत होने के कारण उसने रेनू को फर्रुखाबाद ले जाने की सलाह दी.
फर्रुखाबाद ले जाते वक्त गुरुवार भोर पहर रास्ते में रेनू ने दम तोड़ दिया, जिसके बाद रेनू का शव परिजन घसा गांव ले आए और पुलिस को सूचना दी। ग्रामीणों ने बताया कि मृतका का मायका बनारस में है और उसकी 14 साल पूर्व सोनू जाटव से शादी हुई थी। सोनू जाटव मेहनत मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करता है, उसके दो बच्चों में एक पुत्र सौरभ एक पुत्री पूर्वी है. घटना से परिजनों में हड़कंप मच गया है परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। मृतका के चाचा ससुर ने आरोपी झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की.
मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा की कार्रवाई करके शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. आरोपी झोलाछाप डॉक्टर अपना मेडिकल स्टोर बंद करके फरार हो गया. पुलिस का कहना है कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद अग्रिम कानूनी कार्रवाई की जाएगी.