सूरत की लाजपोर सेंट्रल जेल में उस समय हड़कंप मच गया जब हत्या के आरोपी कैदी हेमंत उर्फ डैनी मंगरोलिया ने हाई सिक्योरिटी यार्ड में आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी मिलते ही जेल प्रशासन और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। इसके बाद सचिन थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
मृतक हेमंत पर हत्या का गंभीर आरोप था और वह लंबे समय से जेल में बंद था। बताया जा रहा है कि उसने अचानक हाई सिक्योरिटी यार्ड में यह कदम उठा लिया। हालांकि, अब तक आत्महत्या के पीछे का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है।
घटना के बाद कैदी के परिजनों ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि हेमंत की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है। उन्होंने मांग की है कि जेल के सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक किए जाएं ताकि सच्चाई सामने आ सके। परिजनों का आरोप है कि जेल में बंदियों के साथ अमानवीय व्यवहार किया जाता है और इसी कारण उनका बेटा मानसिक दबाव में था।
जेल सूत्रों का कहना है कि घटना के समय सुरक्षा व्यवस्था सामान्य थी और हेमंत अचानक अकेले में चला गया। तभी उसने यह खतरनाक कदम उठा लिया। अधिकारियों का कहना है कि मामले की निष्पक्ष जांच होगी और यदि किसी की लापरवाही पाई जाती है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। हाई सिक्योरिटी यार्ड में किसी कैदी का आत्महत्या करना गंभीर चूक माना जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि कैदियों की नियमित काउंसलिंग और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना जरूरी है ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही आत्महत्या के कारणों पर कुछ स्पष्ट हो पाएगा। वहीं, परिजन इस मामले की उच्च स्तरीय जांच और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।