डीडवाना-कुचामन: डॉ. तनवीर आलम की अंतरराष्ट्रीय सफलता पर चारों ओर चर्चा, जानिए क्या है सफलता की कहानी

डीडवाना-कुचामन: जिले के परबतसर निवासी एवं प्रख्यात नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. तनवीर आलम ने डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में आयोजित 43वीं वार्षिक यूरोपियन सोसाइटी ऑफ कैटरैक्ट एंड रिफ्रेक्टिव सर्जरी (ESCRS) अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए विशेष व्याख्यान दिया. यह संगोष्ठी विश्व स्तर पर नेत्र रोग विशेषज्ञों का सबसे बड़ा मंच मानी जाती है, जिसमें इस बार 16,000 से भी अधिक डॉक्टरों और विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया.

डॉ. आलम ने अपने व्याख्यान में कॉर्निया संबंधी रोगों और उनके नवीनतम उपचार तरीकों पर प्रकाश डाला. उन्होंने आधुनिक तकनीक और शोध आधारित चिकित्सा पद्धतियों के जरिए मरीजों को बेहतर दृष्टि देने की संभावनाओं पर विस्तार से जानकारी साझा की.

इस अवसर पर डॉ. तनवीर आलम ने कहा कि विश्वस्तरीय मंच पर भारत की ओर से अपनी बात रखने का अवसर मिलना मेरे लिए सौभाग्य की बात है. मेरा हमेशा प्रयास रहेगा कि कॉर्निया से जुड़ी समस्याओं के आधुनिक इलाज यहां भारत के छोटे-छोटे कस्बों तक भी पहुंचे, ताकि हर जरूरतमंद व्यक्ति को लाभ मिल सके. परबतसर और आस-पास के क्षेत्र के लोगों से मुझे हमेशा जो स्नेह और आशीर्वाद मिलता है, वही मेरी सबसे बड़ी ताकत है.

 

डॉ. आलम एम्स दिल्ली से प्रशिक्षित कॉर्निया स्पेशलिस्ट हैं और वर्तमान में अजमेर में सेवाएं दे रहे हैं. इसके साथ ही वे प्रत्येक रविवार को परबतसर स्थित संजीवनी क्लिनिक में भी मरीजों का उपचार करते हैं.

संजीवनी क्लिनिक के संचालक सोहैल आलम ने कहा कि डॉ. तनवीर आलम की यह उपलब्धि केवल परबतसर ही नहीं, बल्कि पूरे नागौर जिले और राजस्थान के लिए गौरव का विषय है. उनका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योगदान युवाओं को प्रेरित करने वाला है.

क्षेत्रवासियों ने भी डॉक्टर आलम की इस उपलब्धि पर हर्ष और गर्व व्यक्त किया. स्थानीय शिक्षाविदों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि छोटे कस्बे से निकलकर विश्व मंच तक पहुंचना युवाओं के लिए प्रेरणा है. उन्होंने यह भी कहा कि डॉक्टर आलम ने यह साबित कर दिया है कि मेहनत और लगन से बड़ी से बड़ी उपलब्धि हासिल की जा सकती है.

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