उदयपुर: पर्यटन और शांत झीलों के शहर उदयपुर में युवाओं को नशे की लत की ओर धकेलने वाला एक और काला सच सामने आया है. हाल ही में सुखेर पुलिस थाना क्षेत्र के आरडीएक्स बार में हुई एक हिंसक घटना ने शहर की नाइटलाइफ की डार्क साइड को उजागर किया है. इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जिससे यह साफ हो गया है कि शहर में देर रात तक चलने वाले कई बार और पब नशे के सौदागरों के अड्डे बनते जा रहे हैं.
जानकारी के अनुसार, दिल्ली से आए कुछ पर्यटकों के साथ आरडीएक्स बार के बाउंसरों और मैनेजरों ने लिफ्ट में जाने कि बात को लेकर मारपीट की. इस घटना ने उदयपुर को एक बार फिर से शर्मिंदगी कि तरफ धकेल दिया. घटना कि जानकारी को पुलिस के पास पहुंचाने के बाद उदयपुर पुलिस सक्रिय हुई और त्वरित कार्रवाई करते हुए जिला पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल के निर्देश पर पुलिस टीम ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार किए गए लोगों में बार के बाउंसर और कर्मचारी शामिल हैं, जिनमें से कुछ दूसरे राज्यों के भी हैं.
यह घटना सिर्फ मारपीट का मामला नहीं है, बल्कि यह एक गहरी समस्या की तरफ इशारा करती है. शहर के कई हिस्सों में देर रात तक अवैध रूप से चलने वाले बार, हुक्का बार और पब, युवाओं के लिए नशीली दवाओं और अवैध गतिविधियों के केंद्र बनते जा रहे हैं. इन जगहों पर शराब, हुक्का और ड्रग्स आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं, जिससे युवा पीढ़ी तेजी से नशे की गिरफ्त में फंसती जा रही है.
स्थानीय निवासियों का कहना है कि इन जगहों पर कोई नियम-कानून नहीं है. देर रात तक तेज म्यूजिक और संदिग्ध गतिविधियां चलती रहती हैं, जिससे आसपास के लोगों को भी परेशानी होती है. पुलिस का कहना है कि वे इस मामले में शेष आरोपियों की तलाश कर रही है और साथ ही आरडीएक्स बार की अनियमितताओं की जांच भी कर रही है. यह जांच शायद शहर के अन्य बारों और पबों में चल रहे अवैध धंधों का भी खुलासा करेगी.
इस तरह की घटनाएं उदयपुर की छवि पर एक गहरा धब्बा लगा रही हैं, जहां युवा पीढ़ी के भविष्य को नशे के अंधकार में धकेला जा रहा है. प्रशासन और सामाजिक संगठनों को मिलकर इस समस्या पर ध्यान देना होगा, ताकि समय रहते इस बढ़ते खतरे को रोका जा सके.