कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने हाल ही में देश के युवा वर्ग और Gen-Z के बारे में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि देश के छात्र और युवा वर्ग लोकतंत्र की रक्षा करेंगे, संविधान बचाएंगे और वोट चोरी को रोकेंगे। राहुल गांधी ने कहा कि वह हमेशा इस प्रयास में युवाओं के साथ खड़े रहेंगे।
राहुल गांधी के इस बयान को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है। उनका यह बयान नेपाल में हाल ही में हुए Gen-Z आंदोलन की पृष्ठभूमि में आया। नेपाल में Gen-Z के आंदोलन ने सोशल मीडिया पर बैन के विरोध में शुरुआत की थी, लेकिन यह धीरे-धीरे हिंसक रूप ले गया। इस आंदोलन में 34 से अधिक लोग मारे गए और हजारों घायल हुए। इसके परिणामस्वरूप नेपाल में अंतरिम सरकार का गठन हुआ और सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री बनाया गया।
राहुल गांधी ने इस उदाहरण का हवाला देते हुए कहा कि भारत के Gen-Z और युवा वर्ग भी लोकतंत्र और संविधान की रक्षा में सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि वोट चोरी जैसी घटनाओं को रोकने के लिए युवाओं को सचेत रहना होगा।
इस बीच, राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर भी आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि आयोग लोगों के वोटों को गलत तरीके से डिलीट कर रहा है और इसके लिए गलत मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विस्तार से जानकारी दी और आरोप लगाया कि चुनाव आयोग की यह कार्रवाई गंभीर है।
चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि उनके द्वारा लगाए गए सभी आरोप गलत और निराधार हैं। आयोग ने स्पष्ट किया कि किसी भी आम नागरिक के वोट को ऑनलाइन हटाया नहीं जा सकता और इस तरह की किसी भी कार्रवाई की कोई संभावना नहीं है।
राहुल गांधी ने Gen-Z और युवा वर्ग को लोकतंत्र की रक्षा के लिए सक्रिय होने का संदेश दिया है। उनका मानना है कि युवाओं का सक्रिय सहयोग ही किसी भी प्रकार की अनियमितताओं और वोट चोरी को रोक सकता है। उन्होंने कहा कि वह हमेशा इस प्रयास में उनके साथ खड़े रहेंगे और लोकतंत्र के मूल्यों की रक्षा करेंगे।