बिलासपुर में कलेक्टर संजय अग्रवाल ने गुरुवार को तखतपुर विकासखंड के हरदी हाई स्कूल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान प्राचार्य रमेश साहू और शिक्षक निर्मल शर्मा अनुपस्थित पाए गए। बिना अवकाश स्वीकृति के उनकी गैरहाजिरी पर कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने बच्चों को ही पढ़ाया और पाइथागोरस का नियम समझाया। कलेक्टर ने कहा कि शिक्षक और प्राचार्य की अनुपस्थिति शिक्षा की गुणवत्ता पर असर डालती है। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई और समय पर कक्षाओं का संचालन प्राथमिकता होनी चाहिए।
स्कूल में निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने देखा कि कक्षा की स्थिति ठीक थी, लेकिन शिक्षक नहीं थे। छात्रों ने कलेक्टर से शिकायत की कि कभी-कभी शिक्षकों की गैरहाजिरी की वजह से पढ़ाई प्रभावित होती है। कलेक्टर ने कहा कि यह अस्वीकार्य है और शिक्षक तथा प्राचार्य के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि भविष्य में किसी भी शिक्षक या प्राचार्य की अनुपस्थिति बिना अनुमति के बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिला शिक्षा अधिकारी को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया कि सभी स्कूलों में नियमित निरीक्षण हो और बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले।
कलेक्टर ने छात्रों से बातचीत करते हुए कहा कि शिक्षा ही समाज और प्रदेश के विकास की कुंजी है। बच्चों को पढ़ाई में ध्यान देने और समय की पाबंदी का पालन करने के लिए प्रेरित किया। इसके साथ ही उन्होंने शिक्षकों को भी चेतावनी दी कि वे अपने कर्तव्यों का पालन करें और बच्चों को किसी प्रकार की शिक्षा में कमी न आने दें।
इस मौके पर स्कूल के अन्य कर्मचारी और स्थानीय अधिकारी भी मौजूद रहे। उन्होंने कलेक्टर की मौजूदगी में छात्रों की समस्याओं को सुना और उनके समाधान के लिए तुरंत कार्रवाई की। कलेक्टर ने आश्वासन दिया कि शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए नियमित निरीक्षण जारी रहेगा।
इस निरीक्षण से यह संदेश गया कि सरकारी स्कूलों में शिक्षक और प्राचार्य की जिम्मेदारी गंभीर है और बच्चों की पढ़ाई बाधित होने पर अधिकारियों को सख्त कदम उठाने का अधिकार है।