तेलंगाना के हैदराबाद स्थित नारायण जूनियर कॉलेज में एक गंभीर घटना ने शिक्षा संस्थानों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कॉलेज के फ्लोर इंचार्ज माली सतीश ने दो छात्रों के बीच मामूली विवाद को शांत करने के बजाय एक छात्र पर हमला कर दिया। इस हमले में पीड़ित छात्र का जबड़ा बुरी तरह फ्रैक्चर हो गया और उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
मलकजगिरी पुलिस ने पीड़ित छात्र के माता-पिता की शिकायत पर आरोपी फ्लोर इंचार्ज के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। घटना 15 सितंबर को दोपहर करीब तीन बजे कॉलेज परिसर में हुई। विवाद की सूचना मिलने पर सतीश मौके पर पहुंचे, लेकिन उन्होंने छात्रों को समझाने की बजाय मारपीट शुरू कर दी। सीसीटीवी फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि सतीश ने छात्र के चेहरे पर मुक्के मारे और उसे जमीन पर पटक दिया। डॉक्टरों के अनुसार, सर्जरी के बाद भी छात्र को लंबी अवधि तक इलाज की आवश्यकता होगी।
पीड़ित छात्र के पिता ने कहा कि उनका बेटा केवल पढ़ाई करने आया था, लेकिन इस घटना ने परिवार को हिला दिया। उन्होंने बताया कि फ्लोर इंचार्ज ने बिना किसी सोच-विचार के हमला किया। पुलिस इंस्पेक्टर के. श्रीनिवास रेड्डी ने पुष्टि की है कि आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 323 (मारपीट), 506 (धमकी) और 427 (क्षति पहुंचाना) के तहत केस दर्ज किया गया है।
कॉलेज प्रबंधन से भी पूछताछ जारी है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज जब्त कर लिया है और आरोपी को जल्द गिरफ्तार करने की योजना बना रही है। नारायण कॉलेज ग्रुप, जो इंटरमीडिएट शिक्षा के लिए जाना जाता है, पर पहले भी छात्रों की शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में सतीश की क्रूरता दिखाई दे रही है। इसके बाद एबीवीपी और अन्य छात्र संगठन कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन की चेतावनी दे चुके हैं। उन्होंने मांग की है कि आरोपी को तुरंत बर्खास्त किया जाए और कॉलेज में सुरक्षा के कड़े उपाय किए जाएं।
यह घटना न केवल छात्र और परिवार के लिए भयावह रही, बल्कि शिक्षा संस्थानों में सुरक्षा और अनुशासन को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े करती है। अभिभावकों और छात्र संगठनों की मांग है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं और सभी कर्मचारियों को जिम्मेदारीपूर्वक प्रशिक्षण दिया जाए।