मध्य प्रदेश : पन्ना में दुनिया का सबसे बड़ा और बेशकीमती 150 कैरेट का हीरा मिलने का सनसनीखेज दावा सामने आया है.लेकिन हीरा कार्यालय में जमा होने से पहले ही यह कीमती हीरा खदान के पट्टा धारकों के आपसी विवाद में गायब हो गया.
जयबहादुर सिंह ने दर्ज कराई शिकायत
इस मामले में पट्टा धारक जयबहादुर सिंह निवासी मैहर ने हीरे के गायब होने की लिखित शिकायत हीरा कार्यालय और पुलिस कोतवाली में दर्ज कराई है.शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
पन्ना की धरती का हीरा इतिहास
पन्ना की रत्न गर्भा धरती से अब तक अनेक दुर्लभ और बड़े हीरे निकल चुके हैं. 15 अक्टूबर 1961 को पन्ना निवासी रसूल मोहम्मद ने 44 कैरेट 55 सेंट का हीरा जमा कराया था. तभी से पन्ना की खदानों में किस्मत आज़माने वालों की भीड़ बढ़ती रही है.कहा जाता है कि यहां कोई भी रातों-रात रंक से राजा बन सकता है.
7 महीने की मेहनत के बाद निकला हीरा
13 फरवरी 2025 को जयबहादुर सिंह और उनके 5 साथियों ने हीरा कार्यालय से पट्टा क्रमांक 0062 कृष्णा कल्याणपुर पटी में खदान खोली. लगातार 7 महीने की मेहनत के बाद 9 सितंबर को खदान से एक 150 कैरेट का हीरा निकलने की बात सामने आई.
साझेदारों के बीच विवाद
हीरे के निकलने की जानकारी जयबहादुर के साथी दयाराम पटेल ने दी.बताया गया कि हीरे का वजन करीब 150 कैरेट है.साझेदार किशोर खोड़े निवासी इंदौर ने इस हीरे की फोटो मोबाइल से खींचकर भेजी, लेकिन सभी पार्टनरों को हीरा नहीं दिखाया गया. विवाद तब बढ़ा जब दयाराम पटेल ने हीरे को हीरा कार्यालय में जमा कराने से इंकार कर दिया और अपने नाम या रिश्तेदार के नाम से पट्टा बनवाकर हीरा जमा कराने की कोशिश करने लगा.
पुलिस जांच में जुटी
जयबहादुर सिंह ने इस मामले की शिकायत पन्ना कोतवाली में दर्ज कराई है.शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टनर हीरे को छुपाकर हड़पने की कोशिश कर रहा है.
उन्होंने फोटो और अन्य दस्तावेज भी पुलिस को सौंपे हैं.
प्रदेश में चर्चा का विषय बना मामला
इस मामले ने पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना दिया है.
अगर यह हीरा प्रशासन के पास सुरक्षित जमा हो जाता है, तो यह प्रदेश और पन्ना दोनों के लिए गौरव की बात होगी.