श्योपुर में खाद संकट पर किसानों का हंगामा, हाईवे जाम कर जताया विरोध

श्योपुर: यह पहला साल नहीं हैं, जब मध्य प्रदेश में खाद की किल्लत हो रही है. रबी सीजन हो या खरीफ सीजन हर बार, हर साल किसान खाद के लिए मारामारी करता है, लंबी लाइन लगाता है, डंडे खाता है, कई दिन इंतजार करता है और नतीजा ये रहता है कि किसान को यदि खाद मिल भी जाती है तो उसे जितनी चाहिए उतनी नहीं. मजबूरन किसान दोगुने दामों में बाजार से खाद खरीदता है. इधर खाद व्यापारी भी कालाबाजारी करने से नहीं चूकते. इससे बड़ी विडंबना क्या होगी कि देश के लिए अन्न उगाने वाले अन्नदाता को समय पर पर्याप्त खाद नहीं मिल पाती.

श्योपुर जिले के विजयपुर क्षेत्र में डीएपी खाद की भारी किल्लत से किसान परेशान हैं. किसानों ने शुक्रवार को विजयपुर में मुरैना शिवपुरी हाइवे क्वारी पुल पर जाम लगाकर विरोध प्रदर्शन किया है. किसानों का आरोप है कि पर्ची कटवाने के बाद भी उन्हें पर्याप्त मात्रा में खाद नहीं मिल रहा है. किसानों ने बताया कि फसलों की बुवाई प्रभावित हो रही है. इससे पैदावार बढ़ने का खतरा बढ़ गया है.किसानों का कहना है कि सोसायटी और दुकानों पर पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध है. किसानों का आरोप है कि खाद आने पर मोटी रकम लेकर कालाबाजारी की जा रही है.

किसानों द्वारा हाईवे जाम की शिकायत मिलने के बाद एसडीएम अभिषेक मिश्रा एसडीओपी राघवेंद्र सिंह तोमर तहसीलदार अमिता सिंह तोमर और थाना प्रभारी राकेश शर्मा दल बल के साथ मौके पर पहुंचे.प्रशासन लगातार किसानों को समझा रहे है.पंरतु किसान प्रशासन की बात मानने को तैयार नहीं है.

किसान बोले- अन्नदाता परेशान, प्रशासन सफाई दे रहा 

रामेश्वर, लालपत, श्रीपत, शिवदयाल, रामसिंह सहित अन्य किसानों ने आरोप लगाते हुए बताया कि जो किसान अन्नदाता हैं उन अन्नदाता किसानों को रोने पर मजबूर कर दिया है. किसान लगातार खाद की किल्लत से जुझ रहा है. किसान लगातार लाइन में लगकर यह इंतज़ार करता है कि आज उसको खाद मिल जाएगा.पंरतु किसान निराश होकर अपने घर को जाने को मजबूर है.आखिर क्यों प्रशासन किसानों को समय पर खाद नहीं दे पा रहा है. प्रशासन किसानों के साथ दुर्व्यवहार कर रहा है.

एसडीएम बोले- किसानों को पर्याप्त मात्रा में मिलेगा खाद 

एसडीएम अभिषेक मिश्रा ने बताया कि सोमवार तक 3 हजार बोरिया खाद विजयपुर में आ रहा है. किसानों को कल खाद बांटा गया था उसी तरह चरणबद्ध तरीके से यह खाद भी बांट दिया जाएगा.प्रशासन नहीं चाहता कि किसानों को खाद के लिए दुबारा आना पड़े. हमारा यही प्रयास है किसान 30 मिनिट में खाद लेकर चला जाए. हम किसानों की समस्या को सुनने के लिए खड़े है. कभी कभी खाद की उपलब्धता नहीं हो पाती तो हम मैनेज करते हैं. 2 हजार के करीब किसानों को पर्ची दी गई है, बह किसान तीन दिन के अंदर अपना खाद ले ले.हमारा यही प्रयास है कि किसानों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो.

 

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