मध्य प्रदेश के पन्ना जिले से एक दर्दनाक मामला सामने आया है, जहां प्रसव पीड़ा के दौरान इलाज के अभाव और रेफर की प्रक्रिया में देरी से एक महिला और उसके अजन्मे बच्चे की मौत हो गई. घटना ने परिजनों को गहरे सदमे में डाल दिया है.
जानकारी के मुताबिक, पन्ना जिले के नयापुरवा रानीबाग निवासी 24 वर्षीय शोभा कुशवाहा को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन जिला अस्पताल पन्ना लेकर पहुंचे. डॉक्टरों ने जांच के बाद गंभीर स्थिति बताकर बिना देर किए उन्हें रीवा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया.
परिजन शोभा को 108 एम्बुलेंस से लेकर रीवा की ओर रवाना हुए. लेकिन रास्ते में नागौद पहुंचते ही उसकी हालत और बिगड़ गई. परिजनों ने तुरंत एम्बुलेंस को सतना जिला अस्पताल की ओर मोड़ दिया. सतना अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने जांच में बताया कि गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत हो चुकी है.
डॉक्टरों के अनुसार, शोभा को गंभीर खून की कमी थी और हालत नाजुक बनी हुई थी. डॉक्टरों की टीम ने इलाज शुरू किया, लेकिन हालत लगातार बिगड़ती रही. शाम तक शोभा ने भी दम तोड़ दिया.
इस घटना के बाद परिजनों में आक्रोश है. उन्होंने आरोप लगाया कि पन्ना जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने समय रहते इलाज नहीं किया। साथ ही उन्हें यह जानकारी भी नहीं दी गई कि गर्भस्थ शिशु की पहले ही मौत हो चुकी थी. परिजनों का कहना है कि अगर जिला अस्पताल में ही उचित उपचार मिल जाता, तो शायद शोभा और उसके बच्चे की जान बचाई जा सकती थी.
गौरतलब है कि शोभा की शादी इसी साल 9 जुलाई 2024 को हुई थी. महज दो महीने बाद ही यह खुशहाल परिवार मातम में बदल गया. परिजनों ने इलाज में लापरवाही की शिकायत की है और पूरे मामले की जांच की मांग की है.
सूचना मिलते ही पुलिस भी अस्पताल पहुंची और पंचनामा कार्रवाई की. शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है. रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों की पुष्टि हो सकेगी.
यह घटना एक बार फिर से ग्रामीण और जिला स्तर पर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की खामियों को उजागर करती है. गर्भवती महिलाओं के लिए समय पर और गुणवत्तापूर्ण उपचार उपलब्ध न होना कितनी बड़ी समस्या है, यह इस हादसे से स्पष्ट हो गया है.
परिजनों का दर्द और गुस्सा इस बात पर भी है कि सरकारी अस्पतालों में अक्सर मरीजों को केवल रेफर कर दिया जाता है, जबकि प्राथमिक इलाज की व्यवस्था नहीं की जाती। अब देखना होगा कि स्वास्थ्य विभाग इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और क्या दोषियों पर कोई सख्त कदम उठाया जाता है.