पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों की मृत्यु होने पर परोपकार निधि से दी जाने वाली राशि एक लाख से बढ़ाकर पांच लाख रुपये की जाएगी। इसके लिए के लिए समस्त रैंक के अधिकारियों व कर्मचारियों से वर्ष में 1200 रुपये अतिरिक्त लिया जाएगा। अभी यह राशि अलग-अलग रैंक के अधिकारियों के लिए 600 से 3800 रुपये तक है। इसके अतिरिक्त शिक्षा निधि से दी जाने वाली सहायता भी पहले से डेढ़ गुना कर दी गई है। इसके अतिरिक्त ‘ वन नेशन- वन यूनिफार्म ‘ पर विचार केंद्र से निर्णय होने के बाद लिया जाएगा।
रवीन्द्र भवन में शुक्रवार को हुई पुलिस परामर्शदात्री समिति और पुलिस कल्याण समिति की बैठक में यह निर्णय लिया है। बैठक की अध्यक्षता डीजीपी कैलाश मकवाणा ने की। इस अवसर पुलिस मुख्यालय की सभी शाखाओं के स्पेशल डीजी एवं एडीजी उपस्थित थे। स्पेशल डीजी (कल्याण) अनिल कुमार ने पुलिस कल्याण गतिविधियों के अंतर्गत यह प्रस्ताव रखे, जिस पर सभी ने सहमति जताई।
पुलिसकर्मियों के कल्याण से जुड़ी योजनाओं पर हुई चर्चा
बैठक में पुलिसकर्मियों के कल्याण से जुड़ी अन्य गतिविधियों जैसे पेट्रोल पंप, साख समिति, पुलिस स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएचपीएस) पर भी विमर्श हुआ। इसके साथ ही बंदियों की खुराक, छोटे जेल वाहनों की आवश्यकता, थानों एवं पुलिस लाइनों में आवासीय सुविधाओं और बैरक संबंधी समस्याओं पर सुझाव आए, जिन पर विचार किया जाएगा।
अतिक्रमण रोकने जमीन का होगा सीमांकन
बैठक में यह भी तय किया गया है कि प्रदेश की विभिन्न पुलिस इकाइयों/निकायों के पास उपलब्ध शासकीय भूमि का सीमांकन व संरक्षण किया जाएगा, जिससे कोई अतिक्रमण न हो सके। जमीन को आवास तथा अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं के लिए सुरक्षित रखा जा सकें। बता दें कि पुलिस परामर्शदात्री समिति में प्रदेश के सभी पुलिस अधिकारी/कर्मचारी सदस्य हैं।