भारतीय सिनेमा जगत के सबसे बड़े सम्मान दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड से इस बार मलयालम सुपरस्टार मोहनलाल को नवाज़ा जाएगा। सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि मोहनलाल का योगदान सिर्फ मलयालम फिल्म उद्योग तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्होंने भारतीय सिनेमा को वैश्विक पहचान दिलाने में अहम भूमिका निभाई है।
करीब चार दशक लंबे करियर में मोहनलाल ने लगभग 400 फिल्मों में अभिनय किया है। वह सिर्फ अभिनेता ही नहीं बल्कि निर्माता और गायक के रूप में भी अपनी प्रतिभा दिखा चुके हैं। उनकी फिल्मों में विविधता इतनी है कि वह रोमांटिक किरदारों से लेकर एक्शन और ऐतिहासिक भूमिकाओं तक हर रूप में दर्शकों के दिलों पर छा गए। दृश्यम, वनप्रस्थम, पुलिमुरुगन, तानमात्र और लूसिफर जैसी फिल्मों ने उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खास पहचान दिलाई।
मोहनलाल को इससे पहले कई बड़े पुरस्कार मिल चुके हैं। उन्हें 2001 में पद्मश्री और 2019 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा उन्हें पांच राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और कई राज्य स्तरीय पुरस्कार भी प्राप्त हुए हैं।
इस सम्मान की घोषणा के बाद पूरे मलयालम फिल्म उद्योग में खुशी की लहर है। उनके साथियों और प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर बधाइयों की बौछार कर दी है। मोहनलाल को यह सम्मान 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह के दौरान प्रदान किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें बधाई दी और कहा कि मोहनलाल भारतीय सिनेमा की उत्कृष्टता और बहुमुखी प्रतिभा का प्रतीक हैं। पीएम ने लिखा कि उनका सफर आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा है और उनका योगदान अमूल्य है।
मोहनलाल का नाम अब उस विशेष सूची में जुड़ गया है जिसमें पहले से ही दिग्गज कलाकार दिलीप कुमार, अमिताभ बच्चन, रजनीकांत और रेखा जैसे सितारे शामिल हैं। यह पुरस्कार उन्हें न सिर्फ मलयालम सिनेमा का बल्कि पूरे भारतीय फिल्म उद्योग का चमकता सितारा बनाता है।