पश्चिमी उत्तर प्रदेश को ‘मिनी पाकिस्तान’ बताए जाने वाले बयान पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच प्रदेश के ऊर्जा मंत्री सोमेंद्र तोमर ने जगद्गुरु रामभद्राचार्य का समर्थन करते हुए कहा कि उन्होंने जो बात कही है, वह वास्तविक स्थिति को दर्शाती है। मंत्री के अनुसार, जिस तरह से पश्चिम यूपी में हालात बदल रहे हैं, रामभद्राचार्य का कथन सही है।
मुजफ्फरनगर पहुंचे मंत्री सोमेंद्र तोमर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि रामभद्राचार्य अत्यंत विद्वान हैं और समाज को दिशा देने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आलोचना करने वाले लोग अपनी मानसिकता दिखा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भगवान ने हर व्यक्ति को अलग बनाया है और दिव्यांगों का अपना महत्व होता है। सोशल मीडिया पर रामभद्राचार्य की दिव्यांगता का मजाक उड़ाए जाने पर मंत्री ने नाराजगी जाहिर की और कहा कि ऐसा करना निंदनीय है।
दरअसल, हाल ही में मेरठ में रामकथा के दौरान रामभद्राचार्य ने कहा था कि पश्चिम यूपी में आने पर ऐसा लगता है जैसे ‘मिनी पाकिस्तान’ आ गए हों। उन्होंने दावा किया था कि देश में हिंदू संकट के दौर से गुजर रहे हैं और उन्हें न्याय नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने हिंदू परिवारों से आह्वान किया था कि हर घर में धर्म शिक्षा दी जाए और बच्चों को परंपराओं से जोड़ा जाए। साथ ही उन्होंने चेतावनी भी दी थी कि हम किसी को छेड़ते नहीं, लेकिन अगर कोई हमें छेड़ेगा तो हम भी छोड़ेंगे नहीं।
रामभद्राचार्य के इस बयान को लेकर राजनीतिक हलकों में बवाल मच गया। समाजवादी पार्टी और आज़ाद समाज पार्टी के नेताओं ने उनकी तीखी आलोचना की। नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने उन पर तंज कसते हुए कहा था कि कुछ संत ऐसे हैं जिनकी आंखें नहीं हैं, सोचिए उनके कितने पाप होंगे। उन्होंने यह बयान समाज के खिलाफ बताया।
अब मंत्री सोमेंद्र तोमर के समर्थन से यह मामला और गरमाता नजर आ रहा है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि आने वाले समय में यह विवाद चुनावी बहस का अहम मुद्दा बन सकता है।