मुरादाबाद में सपा ऑफिस विवाद पर गरमाई सियासत, भाजपा अध्यक्ष ने लगाया अवैध कब्जे का आरोप

मुरादाबाद में समाजवादी पार्टी के कार्यालय को लेकर चल रहा विवाद अब और तूल पकड़ चुका है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने सपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि लीज खत्म होने के बाद भी पार्टी ने कार्यालय पर कब्जा जमाए रखा है। उन्होंने इस मामले को समाजवादी पार्टी के असली चरित्र का आईना बताया।

भूपेंद्र चौधरी ने अखिलेश यादव के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह साफ दिखाता है कि सपा हमेशा से अनीति और अवैध कब्जों से जुड़ी रही है। उनका कहना था कि अब प्रशासन की कार्रवाई के बाद सपा को किसी भी हाल में यह दफ्तर खाली करना ही पड़ेगा।

भाजपा अध्यक्ष ने यह भी दावा किया कि उनकी पार्टी का कोई भी कार्यालय अवैध कब्जे पर नहीं बना है। सभी कार्यालय नियम और प्रक्रिया के अनुसार स्थापित किए गए हैं। वहीं, उन्होंने सपा पर सोशल मीडिया के जरिए झूठा प्रचार करने और फर्जी अकाउंट चलाने का भी आरोप लगाया।

मुरादाबाद शहर के बीचोंबीच स्थित यह सपा कार्यालय लंबे समय से संगठन की गतिविधियों का प्रमुख केंद्र माना जाता रहा है। लेकिन लीज समाप्त होने के बाद जब प्रशासन ने कार्रवाई शुरू की तो विवाद और गहरा गया। इस मुद्दे ने भाजपा और सपा के बीच राजनीतिक तनातनी को और तेज कर दिया है।

भूपेंद्र चौधरी ने अपनी बात रखते हुए यह भी कहा कि सपा की भाषा और बयानबाजी जनता पहले से देखती आ रही है। भाजपा का सोशल मीडिया केवल अपने विचार और सरकार की उपलब्धियां जनता तक पहुंचाने का काम करता है, जबकि सपा नकारात्मक प्रचार में लगी रहती है।

इस दौरान उन्होंने आज़म खान को न्यायालय से मिली जमानत पर भी प्रतिक्रिया दी और कहा कि भाजपा न्यायपालिका का सम्मान करती है। उन्होंने भरोसा जताया कि बाकी मामलों में भी अदालत जल्द फैसले सुनाएगी।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सपा ऑफिस विवाद आगामी चुनावी समीकरणों को प्रभावित कर सकता है और दोनों दल इस मुद्दे को अपने-अपने तरीके से भुनाने में जुट जाएंगे।

Advertisements
Advertisement