औरंगाबाद: अलग-अलग घटनाओं में दो लोगों की मौत हो गई. पहली घटना मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बहुआरा गांव की है, जहां वज्रपात की चपेट में आने से उस गांव निवासी राजेंद्र भगत के 22 वर्षीय पुत्र विक्रम कुमार की मौत हो गई. जबकि दूसरा युवक झुलसकर गंभीर रूप से जख्मी हो गया. गंभीर रूप से झुलसे युवक की पहचान उस गांव निवासी धर्मपाल देव के 23 वर्षीय पुत्र बिक्कू कुमार के रूप में हुई है. जानकारी के मुताबिक विक्रम और बिक्कू खेत में धान की सोहनी कर रहे थे. इस दौरान अचानक तेज बारिश शुरू हो गई. आसपास में कहीं छिपने का जगह नहीं होने के कारण दोनों खेत में ही काम करते रहे.
इस क्रम में तेज गर्जन के साथ वज्रपात हुई, जिसके चपेट में आकर दोनों झुलस गए जिसमें बिक्रम की मौत हो गई जबकि बिक्कू जख्मी हो गया. आसपास मौजूद लोगों ने घटना की जानकारी परिजनों को दी गई. आनन-फानन में दोनों को इलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया. जहां चिकित्सकों ने बिक्रम को मृत घोषित कर दिया. वहीं बिक्कू की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है. स्थानीय लोगों के मुताबिक विक्रम अपने माता-पिता का इकलौता पुत्र था. अभी उसकी शादी भी नहीं हुई थी. उसकी मौत के बाद सिर्फ दो बेटियां बची है. विक्रम किसी तरह मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करता था. माता-पिता को उससे काफी उम्मीद थी.
घटना की सूचना पर मुफस्सिल थाना की पुलिस वहां पहुंची तथा शव को बरामद कर लिया. थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि आवश्यक कागजी कार्रवाई के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है. पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंपा जाएगा. वहीं दूसरी घटना रिसियप थाना क्षेत्र के खेतपुरा गांव की है. जहां सड़क किनारे खेल रही एक मासूम बच्ची को तेज रफ्तार पिकअप ने कुचल दिया जिसमें घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई. घटना के बाद परिजन आनन-फानन में लेकर सदर अस्पताल पहुंचे. जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
मृतक बच्ची की पहचान नबीनगर के चंद्रगढ़ निवासी अजय यादव की तीन वर्षीय पुत्री संजना कुमारी के रूप में की गई है. खेतपुरा गांव में वह अपने नाना विनय यादव के घर रहती थी. घटना के बाद चालक पिकअप लेकर फरार हो गया. अस्पताल में मासूम बच्ची की मौत की सूचना पुलिस पहुंची. शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पोस्टमार्टम के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया है. मासूम संजना दो बहनों में सबसे छोटी थी. पिता अजय यादव किसी दूसरे प्रदेश में नौकरी करता था. उसकी पत्नी अपने दोनों बच्चों को लेकर मायके में रहती थी. घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. थानाध्यक्ष संजीत राम ने बताया कि धक्का मार कर भागने वाले पिकअप व चालक का पता लगाया जा रहा है.